ईओ और चेयरमैन विवाद में अटका चौराहे का सुंदरीकरण

जासं, कौशांबी : जिला मुख्यालय के चौराहे मंझनपुर को डेवलप करने के लिए लगभग चार छह पूर्व सर्वे हुआ था। इसके बाद स्टीमेट तैयार हुआ। डीएम की पहल पर 22 लाख रुपये भी नगर पंचायत को दिए गए। टेंडर भी निकाला गया लेकिन ईओ व चेयरमैन के विवाद के चलते वह प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है। ऐसे में चौराहे पर आए दिन जाम लगता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Oct 2018 07:43 PM (IST) Updated:Thu, 25 Oct 2018 07:43 PM (IST)
ईओ और चेयरमैन विवाद में अटका चौराहे का सुंदरीकरण
ईओ और चेयरमैन विवाद में अटका चौराहे का सुंदरीकरण

जासं, कौशांबी : जिला मुख्यालय के चौराहे मंझनपुर को डेवलप करने के लिए लगभग चार छह पूर्व सर्वे हुआ था। इसके बाद स्टीमेट तैयार हुआ। डीएम की पहल पर 22 लाख रुपये भी नगर पंचायत को दिए गए। टेंडर भी निकाला गया लेकिन ईओ व चेयरमैन के विवाद के चलते वह प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है। ऐसे में चौराहे पर आए दिन जाम लगता है।

चार अप्रैल को जिले में हुए कौशांबी महोत्सव में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने जिला मुख्यालय मंझनपुर के चौराहे बेहतर करने को कहा था। कौशांबी महोत्सव समाप्त होने के बाद डीएम मनीष कुमार वर्मा ने राजस्व अधिकारियों व ईओ के साथ मंझनपुर चौराहे पहुंचकर सर्वे कराया था। योजना थी कि चौराहे से अतिक्रमण हटाकर सुंदरीकरण कराया जाएगा। डीएम की पहल पर नगर पंचायत को एक माह पूर्व 22 लाख रुपये भी दिए गए। कार्य कराने के लिए टेंडर भी निकाला गया लेकिन ईओ व चेयरमैन के बीच विवाद होने से चौराहे के पास की सड़कों से अतिक्रमण नहीं हटाया गया और न ही सुंदरीकरण का कार्य शुरू हो सका है। इससे स्थानीय लोगों को दिक्कत तो हो ही रही है। साथ ही आवागमन भी प्रभावित हो रहा है। चौराहे के पास लगता है जाम

जिला मुख्यालय मंझनपुर के पास की सड़कों पर दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया है। इससे रास्ता काफी संकरा हो गया है। खरीदारी के लिए दुकानों में आने वाले लोग सड़क के किनारे वाहन खड़ा कर देते हैं, जिसकी वजह से आए दिन जाम की समस्या खड़ी हो जाती है। खास तौर से सोमवार व शुक्रवार को मंझनपुर में बाजार लगती है। इस दिन लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है।

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