कासगंज: 99 वर्ष का हो गया सोरों का शिवराज मेला

कभी हाथी-घोड़े खरीदने आते थे, राजा और ब्रिगेडियर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Dec 2018 12:02 AM (IST) Updated:Sat, 08 Dec 2018 12:02 AM (IST)
कासगंज: 99 वर्ष का हो गया सोरों का शिवराज मेला
कासगंज: 99 वर्ष का हो गया सोरों का शिवराज मेला

फोटो चार

आयोजन

- कभी हाथी-घोड़े खरीदने आते थे राजा और ब्रिगेडियर

-अब भी खरीद-फरोख्त करने आते हैं देशभर से व्यापारी

संजय धूपड़, कासगंज : तीर्थ नगरी सोरों का शिवराज पशु मेला 99 वर्ष का हो गया। 9 दिसंबर से आयोजित होने वाले मेले में कभी हाथी और घोड़े खरीदने के लिए राजा और सैन्य अफसर आते थे। पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के लिए तो यहां से घोड़े अभी भी खरीदे जाते हैं।

कासगंज के तत्कालीन राजा शिवराज सिंह ने वर्ष 1919 में पशु मेले की शुरुआत की थी। तब से यह मेला उन्हीं के नाम पर सोरों लहरा रोड पर लगता है। इस बार ये मेला 9 दिसंबर से 19 दिसंबर तक लगेगा। कई दशक तक ये मेला उत्तर भारत का सबसे बड़ा मेला बनता रहा। इसकी महत्ता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें देश भर से नस्ली घोड़े खरीद-फरोख्त को आते थे। जमींदारों के साथ ही राजा-महाराजा यहां पर हाथी और घोड़े खरीदने आते थे। सेना के अफसर यहीं से घोड़े खरीदते थे। पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के लिए भी घोड़े यहीं से खरीदे जाते रहे हैं। 70 के दशक तक मेला अपने पूरे शबाब पर रहा, लेकिन अब इस मेले में ऊंटों की भी आमद न के बराबर है। केवल घोड़े, घोड़ी, खच्चर ही बिकते हैं। इस मेले में पंजाब, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान सहित विभिन्न प्रांतों से पशु व्यापारी पशु खरीद फरोख्त के लिए पहुंचते हैं। निभाई जा रही परंपरा

मेला संचालक और स्वर्गीय राजा शिवराज सिंह के प्रपौत्र राव मुकुल मान सिंह कहते हैं कि पशु मेला का संचालन अब परंपराओं का निर्वहन रह गया है। जिसे निभाया जा रहा है। बीते दो वर्षों में मेला मंदी के दौर से गुजरा। वर्ष 2016 में नोटबंदी और 2017 में विधानसभा चुनाव के कारण मेला फ्लॉप रहा।

-

डेढ़ दशक पहले मेले में आया था हाथी

स्वर्गीय राजा शिवराज सिंह के छोटे प्रपौत्र मुदित मान सिंह ने बताया कि लगभग डेढ़ दशक पूर्व मेले में एक हाथी बिक्री को आया था। मेले में डेढ़ दशक से कोई हाथी बिक्री को नहीं आया। ऊंट आ जाते हैं। इनकी संख्या भी लगातार कम हो रही है।

chat bot
आपका साथी