अमांपुर में स्ट्रीट लाइट घोटाला

अमांपुर: ब्लॉक की चार ग्राम पंचायतों में मुरादाबाद की फर्म को स्ट्रीट लाइट लगानी थीं। सचिव ने काम शुरू होने से पहले ही फर्म को पूरा भुगतान करा दिया। अब फर्म चंपत हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Aug 2018 12:34 AM (IST) Updated:Wed, 15 Aug 2018 12:34 AM (IST)
अमांपुर में स्ट्रीट लाइट घोटाला
अमांपुर में स्ट्रीट लाइट घोटाला

जागरण संवाददाता, अमांपुर: ब्लॉक की चार ग्राम पंचायतों में स्ट्रीट लाइट घोटाला सामने आया है। सचिव ने मुरादाबाद की कंपनी को लाखों का पहले ठेका दिलवाया और कार्य करने से पहले ही उसको चेक के माध्यम से भुगतान भी करा दिया। अब कंपनी बिना कार्य किए गायब हो गई है। गांव के लोग एक साल से रोशनी का इंतजार कर रह हैं।

ब्लॉक की चार ग्राम पंचायतों फिरोजपुर, रामपुर सिद्धपुर, बारा नगर, सरसईं में सोलर स्ट्रीट लाइटें लगनी थीं। प्रधानों को आरोप है कि इसके लिए एक साल पहले सचिव भगवान दास ने प्रधानों को दबाब बनाया और मुरादाबाद की यामीरा कन्ट्रेक्शन फर्म को ठेका दिलवा दिया। इतना ही नहीं काम करने से पहले ही सचिव ने प्रति ग्राम पंचायत 1.23 लाख रुपये के हिसाब से कंपनी को चेक से भुगतान भी करवा दिया। रुपये मिलने के बाद कंपनी चंपत हो गई। उधर ग्रामीण और प्रधान लाइटें लगने का इंतजार करते रहे। जब कोई लाइट नहीं लगाने आया तो कंपनी से संपर्क करने का प्रयास किया पर उनसे संपर्क ही नहीं हो सका। इसकी जानकारी उन्होंने ग्राम पंचायत अधिकारियों को भी दी पर कोई ठोस जवाब नहीं मिला। इतना ही नहीं पूरे मामले को दबाने का प्रयास भी किया जाने लगा।

चर्चा है कि 35 फीसद कमीशन के चक्कर मे लाइट लगने से पहले ही सचिव ने फर्म को चेक दे दिए गए। इस संबंध में आरोपित सचिव से संपर्क किया गया पर उन्होंने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया।

डीएम आरपी ¨सह का कहना है कि ऐसा मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। शिकायत पर जांच कराई जाएगी और दोषी पर कार्रवाई होगी।

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