श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंचते ही यात्रियों में लंच पैकेट लूटने में चले लात-घूंसे, फिजिकल डिस्टेंसिंग की उड़ीं धज्जियां

सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर आठ पर लूटपाट करने में बहुत सारा लंच पकैट फर्श पर गिरकर खराब हो गए।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 22 May 2020 07:58 PM (IST) Updated:Fri, 22 May 2020 07:58 PM (IST)
श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंचते ही यात्रियों में लंच पैकेट लूटने में चले लात-घूंसे, फिजिकल डिस्टेंसिंग की उड़ीं धज्जियां
श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंचते ही यात्रियों में लंच पैकेट लूटने में चले लात-घूंसे, फिजिकल डिस्टेंसिंग की उड़ीं धज्जियां

कानपुर, जेएनएन। सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार दोपहर बाद श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंची तो यात्रियों में ही हाथापाई हो गई और फिजिकल डिस्टेंसिग के सारे नियम टूट गए। दरअसल, रेलवे कर्मी जैसे ही ट्राली लेकर पहुंचा तो भूखे यात्रियों में लंच पैकेट लूटने की होड़ मच गई। लंच पैकेट पाने के लिए आपस में जमकर लात-घूंसे चले मजबूरन रेलवे कर्मियों को दूर हटना पड़ा।

रेलवे कर्मियों से की हाथापाई

अहमदाबाद से चलकर सीतामढ़ी को जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार शाम 4:15 बजे सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर आठ पर पहुंची थी। ट्रेन आने की सूचना सुनकर आइआरसीटीसी के तीन कर्मचारी विशाल, रवि और मनोज लंच पैकेट व पानी की ट्राली लेकर सबवे के रास्ते से प्लेटफार्म पर पहुंचे। ट्राली के पहुंचते ही भूख यात्रियों में लंच पैकेट उठाने की होड़ मच गई।

कर्मचारियों ने विरोध किया तो हाथापाई शुरू कर दी तो वे ट्राली से दूर हो गए। ज्यादा से ज्यादा लंच पैकेट उठाने को लेकर यात्रियों के बीच अपस में लात घूंसे चलने लगे। कुछ लोगों को ही लंच पैकेट मिल सके और बाकी आपाधापी में प्लेटफार्म की फर्श पर गिरकर फैल गए। इस दौरान फिजिकल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ीं और मौके पर जीआरपी और आरपीएफ का कोई जवान नजर नहीं आया।

साढ़े तीन घंटे आउटर पर खड़ी रही ट्रेन

रेलवे कर्मियों ने स्थानीय अधिकारियों को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद चार जवान मौके पर पहुंचे। ट्रेन में सवार यात्री दुर्गेश कुमार, रूप विजय, आलोक आदि ने बताया कि ट्रेन करीब साढ़े तीन घंटे से अधिक देर पनकी आउटर पर खड़ी रही है। लोगों को रास्ते में कहीं भी कुछ खाने और पीने को नहीं मिला है। यहां मिला तो झगड़े की भेंट चढ़ गया। आइआरसीटीसी के अधिकारी अमित कुमार ने बताया कि अलग-अलग प्लेटफार्म पर ट्रेनें आती हैं, एक नंबर प्लेटफार्म पर फोर्स उपलब्ध रहता है, जबकि अन्य प्लेटफार्म पर नहीं रहता है। ट्रेन आने की सूचना सुनकर कर्मचारी लंच पैकेट लेकर प्लेटफार्म पर पहुंचते हैं।

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