90 सेकेंड में बताएगा मिट्टी की सेहत, आइआइटी कानपुर का बना यंत्र अब किसानों के लिए होगा उपलब्ध

आईआईटी कानपुर में मिट्टी की सेहत बताने वाला उपकरण भू परीक्षक का लेटेस्ट वर्जन एग्रो नेक्स्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने दिल्ली में लांच किया है। किसानों के साथ ही कृषि विश्वविद्यालयों के विज्ञानी व शोधार्थियों को मदद मिलेगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 27 May 2022 08:55 AM (IST) Updated:Fri, 27 May 2022 08:55 AM (IST)
90 सेकेंड में बताएगा मिट्टी की सेहत, आइआइटी कानपुर का बना यंत्र अब किसानों के लिए होगा उपलब्ध
मिट्टी की सेहत बताएगा आईआईटी में बना भू परीक्षक।

कानपुर, जागरण संवाददाता। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के प्रोफेसर जयंत कुमार सिंह व उनकी टीम की ओर से 90 सेकेंड में मिट्टी की सेहत बताने वाला जो उपकरण ‘भू परीक्षक’ दिसंबर में लांच किया गया था, उसके अपग्रेड वर्जन को एग्रो नेक्स्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने दिल्ली में गुरुवार शाम लांच किया। अब शोधार्थियों व विज्ञानियों के साथ ही किसानों को भी यह मिल सकेगा।

आइआइटी ने दिसंबर माह में पोर्टेबल मिट्टी परीक्षण उपकरण विकसित किया गया था, जो एंबेडेड मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से केवल 90 सेकंड में मिट्टी के स्वास्थ्य का पता लगा सकता है। आइआइटी ने इसे "भू परीक्षक" नाम दिया गया था। यह पहला एेसा उपकरण है, जो इंफ्रारेड स्पेक्ट्रोस्कोपी तकनीक पर आधारित है और गूगल प्ले स्टोर पर भू परीक्षक नामक मोबाइल एप्लीकेशन के नाम से उपलब्ध है।

यह उपकरण मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम, कार्बनिक कार्बन, मिट्टी की सामग्री व कैटायन एक्सचेंज कैपेसिटी का पता लगाता है। इससे खेत व फसलों के लिए जरूरी उर्वरक का पता लगता है। आइआइटी ने उपकरण के व्यावसायिक प्रयोग को बढ़ाने के लिए एग्रोनेक्स्ट सर्विसेज कंपनी से करार कर तकनीक स्थानांतरित की थी।

संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि एग्रो नेक्स्ट कंपनी ने आइआइटी की तकनीक के आधार पर ही उत्पाद लांच किया है। यह देखने में छोटे इलेक्ट्रानिक आक्सीमीटर जैसा है, लेकिन उसका आकार थोड़ा ज्यादा है। इसमें भी छनी हुई मिट्टी डालने से महज 90 सेकेंड में मिट्टी में मौजूद तत्वों की मात्रा पता लग सकेगी। ब्लूटूथ के माध्यम से यह डिवाइस भी मोबाइल फोन से जुड़ जाएगी।

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