आइआइटी का 52वां दीक्षा समारोह आज, 1626 छात्रों को मिलेगी उपाधि

डॉ. तेसी थॉमस पद्मश्री सुधा मूर्ति व पुलेला गोपीचंद को डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि से नवाजा जाएगा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Jun 2019 01:34 AM (IST) Updated:Fri, 28 Jun 2019 06:26 AM (IST)
आइआइटी का 52वां दीक्षा समारोह आज, 1626 छात्रों को मिलेगी उपाधि
आइआइटी का 52वां दीक्षा समारोह आज, 1626 छात्रों को मिलेगी उपाधि

जागरण संवाददाता, कानपुर: देश-विदेश के लिए स्मार्ट टेक्नोक्रेट तैयार करने वाले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर का 52वां दीक्षा समारोह शुक्रवार को परिसर में आयोजित होगा। तीन अलग-अलग चरणों में होने वाले इस समारोह में कुल 1626 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी जाएंगी। इनमें 14 फीसद छात्राएं (231) शामिल हैं। ऐसा पहली बार होगा, जब आइआइटी में 200 से अधिक छात्र-छात्राओं को पीएचडी की डिग्री मिलेगी।

यह जानकारी गुरुवार को आइआइटी कानपुर के निदेशक अभय करंदीकर ने पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि समारोह में मैथ्स एंड साइंटिफिक कंप्यूटिंग एजुकेशन के छात्र सोमेश्वर जैन को प्रेसीडेंट गोल्ड मेडल दिया जाएगा। उन्होंने दस सीपीआइ के साथ बीटेक परीक्षा पास की है। अधिकतम अंकों के अलावा ओवर ऑल पर्सनैलिटी के आधार पर उन्हें इस अवार्ड के लिए चुना गया है। इसके अलावा बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिग के छात्र संतोष को डॉ.शंकर दयाल शर्मा मेडल मिलेगा। छात्र सुनील कुमार पांडेय व अनंत नारायण को डायरेक्टर्स गोल्ड मेडल से नवाजा जाएगा। उन्होंने बताया कार्यक्रम में तीन हस्तियों को डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि दी जाएगी। इनमें डीआरडीओ के एरोनॉटिकल सिस्टम्स की डायरेक्टर जनरल डॉ. तेसी थॉमस, इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन पद्मश्री सुधा मूर्ति व भारतीय बैडमिंटन टीम के चीफ कोच पुलेला गोपीचंद शामिल हैं। समारोह के मुख्य अतिथि नेसकॉम के पूर्व चेयरमैन बीवीआर मोहन व विशिष्ट अतिथि आइआइटी कानपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन प्रो. के राधाकृष्णन होंगे। समारोह की अध्यक्षता खुद निदेशक प्रो. अभर करंदीकर करेंगे। वार्ता के दौरान डीन ऑफ एकेडमिक अफेयर अचला एम रैना, कुलसचिव केके तिवारी व प्रो.वीबी फणी मौजूद रहे।

मिली डिग्री, तो चेहरे पर छा गई मुस्कान:

भले ही आइआइटी का 52वां दीक्षा समारोह शुक्रवार को हो, पर गुरुवार को रिहर्सल के दौरान छात्र-छात्राओं के चेहरे पर डिग्री मिलते ही मुस्कान छा गई। समारोह के दौरान छात्र-छात्राओं ने एक दूसरे के साथ सेल्फी भी ली। दीक्षा समारोह को देखते हुए पूरे कैंपस को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया था। इसके अलावा पूरे कैंपस में साफ-सफाई की गई। जिस सभागार में दीक्षा समारोह होगा, उसकी सभी व्यवस्थाओं को ठीक किया गया। आइआइटी के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने बताया कि दीक्षा समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं।

डीआरडीओ के एरोनॉटिकल सिस्टम्स की डीजी हैं डॉ.तेसी

डॉ.तेसी थॉमस डीआरडीओ के एरोनॉटिकल सिस्टम की डायरेक्टर जनरल हैं। उन्होंने कालीकट यूनिवर्सिटी से वर्ष 1985 में बीटेक किया था। साथ ही मिसाइल गाइडेंस के क्षेत्र में जवाहर लाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी हैदराबाद से वर्ष 2014 में पीएचडी पूरी की। वर्ष 2007 में उन्होंने इग्नू नई दिल्ली से एमबीए की पढ़ाई पूरी की।

सुधा मूर्ति को मिल चुका है पद्मश्री

इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति को वर्ष 2006 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें समाज सेवा से जुड़े कार्यो के लिए जाना जाता है। वह न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, कुवैत समेत कई अन्य देशों का भ्रमण कर चुकी हैं। साहित्य के लिए उन्हें आरके नारायण अवार्ड और वर्ष 2018 में लाइफटाइम अचीवमेंट बाय क्रासवर्ड बुक अवा‌र्ड्स भी मिल चुका है।

भारतीय बैडमिंटन टीम के चीफ कोच हैं पुलेला गोपीचंद

पुलेला गोपीचंद एक ऐसा नाम हैं, जो बैडमिंटन सीखने वाले युवाओं की पहली पसंद हैं। महज 13 वर्ष की उम्र से ही इस खेल से जुड़ने वाले पुलेला ने वर्ष 1996 से 2000 के बीच पांच राष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। वर्ष 2000 में अर्जुन अवार्ड मिला, 2005 में उन्हें पद्मश्री और द्रोणाचार्य पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

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