सीएमओ की दी मच्छरदानी में छेद ही छेद

एलएलआर अस्पताल (हैलट) के डेंगू वार्ड के लिए सीएमओ जो मच्छरदानी दे गए उसमें छेद ही छेद हैं। ऐसे में वार्ड में भर्ती मरीज तंज कसने से नहीं चूक रहे हैं कि मच्छरदानी खरीदने में भी साहब कमीशन लेने से नहीं चूके।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Nov 2019 01:25 AM (IST) Updated:Fri, 01 Nov 2019 06:28 AM (IST)
सीएमओ की दी मच्छरदानी में छेद ही छेद
सीएमओ की दी मच्छरदानी में छेद ही छेद

जागरण संवाददाता, कानपुर :

एलएलआर अस्पताल (हैलट) के डेंगू वार्ड के लिए सीएमओ जो मच्छरदानी दे गए, उसमें छेद ही छेद हैं। ऐसे में वार्ड में भर्ती मरीज तंज कसने से नहीं चूक रहे हैं कि मच्छरदानी खरीदने में भी साहब कमीशन लेने से नहीं चूके। अब बड़े-बड़े छेद वाली मच्छरदानी से डेंगू पीड़ित एडीज मच्छर से कैसे बचेंगे।

मेडिसिन विभाग के डेंगू वार्ड (वार्ड-10) डेंगू के 35 संदिग्ध मरीज, 13 डेंगू पीड़ित एवं 7 मलेरिया पीड़ित भर्ती हैं। डेंगू के दो गंभीर मरीज आइसीयू में हैं। बुधवार को सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला एवं शहरी मलेरिया अधिकारी डॉ. आरएन सिंह मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. रिचा गिरी एवं फैकल्टी से मिले थे। डेंगू केस कम करने का दबाव बनाने के लिए इलाज में प्रोटोकॉल का पालन नहीं होने बात कही थी। वार्ड में भर्ती मरीजों के बेड पर मच्छरदानी लगाने का आग्रह विभागाध्यक्ष से किया। दस मच्छरदानी भी दी। जब मच्छरदानी वार्ड में लगाई गई तो उसमें बड़े-बड़े छेद निकले।

खरीदी हैं 40 मच्छरदानी

सीएमओ के स्तर से 40 मच्छरदानी की खरीद की गई है। 10 मच्छरदानी हैलट, 10 उर्सला एवं पांच-पांच केपीएम एवं कांशीराम संयुक्त चिकित्सालय को दी गई हैं।

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बीमारी रोकने में फेल सीएमओ अब बना रहे दबाव

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. रिचा गिरी ने कहा कि सीएमओ एवं उनकी टीम मच्छर जनित बीमारियों को रोकने में विफल रही। अब भयावह स्थिति होने पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। हद तो यह है मरीजों के लिए जो मच्छरदानी दे गए हैं, उसमें भी छेद हैं। छेद वाली मच्छरदानी से डेंगू मरीज कैसे सुरक्षित रहेंगे।

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वार्डो के बाहर गंदगी, परिसर में कबाड़

मेडिसिन वार्ड के बाहर दोनों तरफ गंदगी एवं जलभराव है। उसमें मच्छर पनप रहे हैं। खिड़कियों में जाली नहीं हैं, जिससे वार्डो में मच्छरों का प्रकोप है। इसी तरह वार्ड के सामने बरामदे एवं आंगन में कबाड़ पड़ा है। उसमें पड़ी गंदगी में भी मच्छर एवं उनका लार्वा पनप रहा है।

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मच्छरदानी नई खरीदी गई है। अगर छेद हैं तो शुक्रवार को ही बदलने के लिए निर्देशित करेंगे। हैलट एवं उर्सला दोनों जगह मच्छरदानी दी गई है।

- डॉ. अशोक शुक्ला, सीएमओ।

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