Corona Virus: कोरोना को लेकर कानपुर में भी हाई अलर्ट, फ्लाइट आने पर होगी यात्रियों की स्क्रीनिंग

जिला महामारी वैज्ञानिक ने एयरपोर्ट निदेशक से मुलाकात करके तैयारियों पर विमर्श किया।

By AbhishekEdited By: Publish:Tue, 28 Jan 2020 04:08 PM (IST) Updated:Tue, 28 Jan 2020 04:08 PM (IST)
Corona Virus: कोरोना को लेकर कानपुर में भी हाई अलर्ट, फ्लाइट आने पर होगी यात्रियों की स्क्रीनिंग
Corona Virus: कोरोना को लेकर कानपुर में भी हाई अलर्ट, फ्लाइट आने पर होगी यात्रियों की स्क्रीनिंग

कानपुर, जेएनएन। चीन में फैले नोवल कोरोना वायरस को लेकर जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके लिए कानपुर एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य विभाग ने हेल्प डेस्क बनाई है, जहां चीन से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसकी तैयारी के लिए जिला महामारी वैज्ञानिक ने एयरपोर्ट निदेशक बीके झा से मुलाकात की।

चीन में संक्रमण फैलने के बाद देश में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। चीन से आने वाले हवाई यात्रियों की स्क्रीनिंग हो रही है। खांसी, सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इन लक्षणों के साथ अगर किसी यात्री को बलगम आ रहा है, तो उसे चार सप्ताह तक निगरानी में रखा जाएगा।

थर्मल स्क्रीनिंग के निर्देश

हर एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग के निर्देश हैं, हालांकि यह सुविधा देश के चुनिंदा एयरपोर्ट मुंबई, दिल्ली, कोलकाता एवं चेन्नई में उपलब्ध है। यह मशीन मेटल डिटेक्टर के साथ लगी होती है। खांसी, बुखार और सर्दी के मरीजों को तत्काल पहचान कर अलार्म बजाने लगती है। हेल्प डेस्क पर वायरस से संबंधित जानकारी, ट्रिपल लेयर मास्क, एन-95 मास्क आदि की सुविधा होगी।

फ्लाइट आने पर स्क्रीनिंग

मंगलवार को दोपहर 12 बजे फ्लाइट आने के समय पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मौजूद रहने का आदेश दिया गया है। मंगलवार से ही यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू होगी। यहां पर हर यात्री की जांच के बाद आगे जाने दिया जाएगा। यदि संभावित लक्षण मिलते हैं तो तत्काल चिकित्सालय भेजने की व्यवस्था होगी।

अस्पतालों में भी तैयारी

एलएलआर अस्पताल (हैलट), उर्सला, केपीएम एवं कांशीराम संयुक्त चिकित्साल में तैयारी के लिए सीएमओ ने पत्र लिखा है। वहां संक्रामक वार्ड तैयार रखने तथा डॉक्टर व पैरामेडिकल कर्मचारियों को तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।

संक्रमण के लक्षण

नाक बहना, सिर में तेज दर्द, खांसी, गले में खरास, कफ आना, बुखार, थकान, उल्टी महसूस होना, निमोनिया ब्रोंकाइटिस, सांस लेने में तकलीफ।

बचाव के उपाए
लक्षण स्वाइन फ्लू से मिलते जुलते हैं। सांस से जुड़ी बीमारी है। जिस देश में बीमारी फैली है वहां की यात्रा करने से बचें हाथों को अच्छी तरीके से धोएं और सफाई का ध्यान रखें खांसी या छींकते समय मुंह और नाक को ढक लें। हाथ और ऊंगलियों से आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं।

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