छात्रवृत्ति घोटाला : 13 अधिकारियों, आठ स्कूलों के प्रबंधक-प्रधानाचार्य पर मुकदमा दर्ज Kanpur News

कागजों में फर्जी स्कूल खोलकर सरकार से छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति हड़पने का मामला।

By AbhishekEdited By: Publish:Sun, 01 Dec 2019 10:39 AM (IST) Updated:Sun, 01 Dec 2019 10:39 AM (IST)
छात्रवृत्ति घोटाला : 13 अधिकारियों, आठ स्कूलों के प्रबंधक-प्रधानाचार्य पर मुकदमा दर्ज Kanpur News
छात्रवृत्ति घोटाला : 13 अधिकारियों, आठ स्कूलों के प्रबंधक-प्रधानाचार्य पर मुकदमा दर्ज Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। छात्रवृत्ति घोटाले की जद में आए आठ और स्कूलों की जांच शनिवार को पूरी हो गई। आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) कानपुर इकाई ने इटावा की तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी, तत्कालीन पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी समेत 13 अधिकारी, कर्मचारी और आठ स्कूल प्रबंधकों व प्रधानाचार्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सभी को जांच में दोषी पाया गया है। इटावा में दस वर्ष पूर्व छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति में करोड़ों का घोटाला हुआ था।

कागजों पर फर्जी स्कूल खोलकर अधिकारियों, स्कूल प्रबंधक व प्रधानाचार्यों ने मिलकर सरकार की ओर से मिलने वाली छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि हड़प कर ली थी। शिकायत के बाद इटावा के तत्कालीन जिलाधिकारी ने जांच शुरू कराई और फिर शासन की ओर से छह मई 2010 को जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा को स्थानांतरित कर दी गई थी।

ईओडब्ल्यू के डिप्टी एसपी सोहराब आलम ने बताया कि फरवरी 2019 में 65 स्कूलों के प्रबंधक व प्रधानाचार्यों और तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी आदि अधिकारियों व कर्मचारियों समेत 154 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। आठ स्कूलों के खिलाफ जांच चल रही थी। अब जांच में 13 तत्कालीन अधिकारी-कर्मचारी व स्कूलों के तत्कालीन प्रबंधक प्रधानाचार्यों को दोषी पाया गया है। शासन की अनुमति लेकर जल्द विधिक कार्रवाई होगी।

जांच की जद में आए ये अधिकारी

समाज कल्याण अधिकारी इंद्रा सिंह, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रहे अजीत सिंह (अब कानपुर में तैनात), जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी सियाराम दोहरे, नगर शिक्षा अधिकारी सरला वर्मा, स्कूलों को मान्यता देने वाले तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी राममूर्ति चौहान, भौतिक सत्यापन करने वाले सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी जेपी राजपूत, बीएल गोस्वामी, वीएन सिंह और बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पटल सहायक मो. उवैदुर्रहमान खां।

इन पूर्व प्रबंधकों व पूर्व प्रधानाचार्यों पर होगी कार्रवाई

डॉ. बीआर अंबेडकर कृष्णानगर के तत्कालीन प्रबंधक श्रीराम कठेरिया व पूर्व प्रधानाचार्य कुंवरपाल सुमन, बाल गोपाल विद्या मंदिर जेएचएस ज्योतिनगर के तत्कालीन प्रबंधक बृजकिशोर सक्सेना व पूर्व प्रधानाचार्य, महर्षि विवेकानंद विद्या मंदिर जूनियर हाईस्कूल कटरा शमशेर खां की प्रबंधक साधना श्रीवास्तव व पूर्व प्रधानाचार्य, सरस्वती कान्वेंट स्कूल अड्डा टीला के तत्कालीन प्रबंधक बालक राम गुप्ता व पूर्व प्रधानाचार्य, टीडीएस कान्वेंट स्कूल तुलसी अड्डा रामनगर के तत्कालीन प्रबंधक शरद सक्सेना व पूर्व प्रधानाचार्य, शहीद अवंतीबाई विद्या मंदिर रामनगर के तत्कालीन प्रबंधक रामबरन व पूर्व प्रधानाचार्य, अब्दुल रहीम मेमोरियल पब्लिक स्कूल के तत्कालीन प्रबंधक इंद्रजीत सिंह व पूर्व प्रधानाचार्य, प्रियंका बाल विद्या मंदिर यशोदानगर के तत्कालीन प्रबंधक श्यामप्रकाश दुबे व पूर्व प्रधानाचार्य।

chat bot
आपका साथी