मोबाइल एप डाउनलोड कर रहे हैं तो पहले जरूर पढ़ें ये खबर, कहीं लग न जाए लाखों का चूना

फोन कॉल करके साइबर ठग एप डाउनलोड कराकर खाते से पूरी रकम पार करने का नायाब तरीका अपना रहे हैं।

By AbhishekEdited By: Publish:Thu, 09 Jan 2020 03:58 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jan 2020 03:58 PM (IST)
मोबाइल एप डाउनलोड कर रहे हैं तो पहले जरूर पढ़ें ये खबर, कहीं लग न जाए लाखों का चूना
मोबाइल एप डाउनलोड कर रहे हैं तो पहले जरूर पढ़ें ये खबर, कहीं लग न जाए लाखों का चूना

कानपुर, जेएनएन। अगर आपको किसी बैंक के नाम पर कॉल आता है और एप डाउनलोड करने को कहा जाता है तो जरा सावधान हो जाएं। साइबर ठग अब एप डाउनलोड कराकर बैंक खाते से पूरी की पूरी रकम पार करने का नायाब तरीका अपना रहे हैं। शहर में हर दूसरे दिन एक व्यक्ति इन साइबर ठगों का शिकार हो रहा है। इतना ही नहीं एटीएम कार्ड क्लोनिंग और फोन पर ओटीपी पूछकर भी चूना लगाया जा रहा है। बीते एक सप्ताह में कई मामले सामने आए हैं...।

एप डाउनलोड करा खाते से पार किए 11.57 लाख

किदवईनगर के ब्लॉक निवासी मनोज ने बताया कि चार जनवरी को उनके पास अंजान नंबर से फोन आया। केवाईसी अपडेट करवाने की बात कहकर चेतावनी दी कि अगर केवाईसी नहीं कराई तो खाता बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद उसने टीम व्यूवर एप डाउनलोड करने के लिए कहा। जैसे ही उन्होंने एप डाउनलोड किया, उनके खातों से कई बार में 11.57 लाख रुपये निकल गए। थाना प्रभारी धानेश प्रसाद ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

ठेकेदार के खाते की रकम साफ

साकेत नगर डब्ल्यू-1 निवासी ठीकेदार संजय गर्ग भी एप डाउनलोड करके साइबर ठगी का शिकार हो गए। सरकारी विभागों की सिविल ठीकेदारी करने वाले संजय गर्ग ने बताया कि टोल प्लाजा पर पेमेंट करने के लिए फास्ट ट्रैक कार्ड मंगवाया था। 19 दिसंबर को कार्ड आने के बाद 21 दिसंबर से ऑनलाइन भुगतान कंपनी के नाम से केवाईसी के लिए फोन आने लगे।

23 दिसंबर को केवाईसी के लिए डिटेल बताई तो उनसे फीस के नाम पर 10 रुपये का ऑनलाइन ट्रांसफर कराया गया और कुछ एप डाउनलोड करवाए। उन्होंने एप डाउनलोड किए तो खाते की पूरी रकम 50,600 रुपये साफ हो गई। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने बैंक जाकर खाता बंद करवाया और थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

कार्ड क्लोन कर उड़ाई रकम

मैटीरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के पोस्ट डॉक्ट्रल डॉ. विक्रम सिंह का खाता एसबीआइ आइआइटी शाखा में है। तीन जनवरी की रात खाते से अचानक 10 हजार रुपये निकल गए तो मैसेज देख उन्हें जानकारी हुई। इसमें एटीएम से पैसे निकाले जाने का जिक्र था, जबकि एटीएम कार्ड उन्हीं के पास था। उन्होंने तुरंत कस्टमर केयर नंबर पर फोन मिलाकर एटीएम कार्ड ब्लॉक कराया। इससे पहले तीन बार में 30 हजार रुपये और निकल गए। शिकायत पर कल्याणपुर थाना प्रभारी अजय सेठ ने बताया कि साइबर सेल की मदद से घटना की जांच कराई जा रही है।

क्रेडिट कार्ड का ब्योरा पूछ 72 हजार ठगे

जनरलगंज निवासी बुजुर्ग किराना व्यापारी गोविंद प्रकाश ओमर ने बताया कि तीन सितंबर की शाम उनके मोबाइल फोन पर एक व्यक्ति ने एक्सिस बैंक का अधिकारी बताकर फोन किया और कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड को सुरक्षा के लिए अपग्र्रेड किया जाना है। इसके बाद उसने क्रेडिट कार्ड का ब्योरा पूछ लिया। लेकिन कभी भी गोविंद प्रकाश ने जो पिन नंबर आया था, उसे नहीं देखा। 11 सितंबर को जब वह बैंक पहुंचे तो पता लगा कि क्रेडिट कार्ड के जरिए तीन बार में खाते से 72 हजार रुपये निकाले गए हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि आइटी एक्ट की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर साइबर सेल की मदद से जांच कराई जा रही है।

शिक्षक के खाते से निकाले 70 हजार

साइबर ठगों ने नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम निवासी शिक्षक अनुराग तिवारी के खाते से करीब 70 हजार रुपये पार कर दिए। पीडि़त ने नौबस्ता थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।

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