कानपुर एलएलआर की ओपीडी में दिखाना है तो पहले कराना होगा पंजीकरण, कोरोना के चलते देखे जाएंगे सिर्फ इतने मरीज

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए निर्णय लिया गया है कि ओपीडी में मरीजों को दिखाने से पहले पंजीकरण कराना होगा। भीड़ को कम किया जा सके इसके लिए प्रत्येक मरीज के साथ एक तीमारदार को ओपीडी में प्रवेश की अनुमति प्रदान की जाएगी।

By Abhishek VermaEdited By: Publish:Fri, 14 Jan 2022 04:28 PM (IST) Updated:Fri, 14 Jan 2022 04:28 PM (IST)
कानपुर एलएलआर की ओपीडी में दिखाना है तो पहले कराना होगा पंजीकरण, कोरोना के चलते देखे जाएंगे सिर्फ इतने मरीज
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर प्राचार्य का फैसला।

कानपुर, जागरण संवाददाता। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) की ओपीडी में सीमित संख्या में मरीज देखे जा रहे हैं। इसलिए अगर आपको स्वयं या किसी स्वजन को ओपीडी में डाक्टर को दिखाना चाहते हैं। इसके लिए पहले से आकर पंजीकरण कराना होगा। सुबह आठ से दस बजे तक आने वालों के ही पर्चे बनेंगे। अस्पताल प्रशासन ने मेडिसिन और सर्जरी ओपीडी में 100 मरीज और अन्य विभागों में 50 मरीज देखे जाने का फैसला किया है।

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने निर्णय लिया है, ओपीडी में भीड़ को कम किया जा सके। प्रत्येक मरीज के साथ एक तीमारदार को ओपीडी में प्रवेश की अनुमति प्रदान की जाएगी। ओपीडी में दिखाने से पहले पंजीकरण कराना होगा। मेडिसिन, सर्जरी और आर्थोपेडिक विभाग में 100-100 मरीज देखे जाएंगे। इसी तरह नेत्र रोग, ईएनटी, न्यूरो सर्जरी व न्यूरोलाजी विभाग में 50-50 मरीज देखे जाएंगे। अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज जच्चा-बच्चा अस्पताल में 100 मरीज ही देखे जाएंगे।

मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला का कहना है कि फैकल्टी एवं जूनियर रेजीडेंट मिलाकर 34 लोग संक्रमित हो चुके हैं। डाक्टरों के संक्रमित होने से इलाज प्रभावित हो सकता है। इसे ध्यान में रखते ओपीडी में सीमित मरीज देखने का फैसला किया है। प्रत्येक विभाग की ओपीडी में दिखाने के लिए पहले पंजीकरण कराना होगा। पूरी होने के बाद मरीज नहीं देखे जाएंगे। जरूरी होने पर उन्हें इमरजेंसी में देखा जाएगा।

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