ठंड के साथ तिब्बती व परेड मार्केट में बढ़ी ग्राहकों की रौनक, दो साल बाद दुकानदार के चेहरे खिले
अक्टूबर माह में गरम कपड़ों की बिक्री के लिए तिब्बत नेपाल मनाली से व्यापारी शहर आते हैं। महानगर की सबसे सस्ती तिब्बती व परेड बाजार में कपड़े खरीदने के लिए ठंड बढ़ने के साथ लोगों का आना शुरू हो गया है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। दिसंबर माह की शुरुआत के साथ ही ठंड ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। ठंड से बचाव के लिए लोगों ने अब गरम कपड़ों की खरीदारी शुरू कर दी है। कोरोना के दो साल बाद एक बार फिर महानगर की सबसे सस्ती तिब्बती व परेड बाजार गरम कपड़ों से गुलजार है। दोनों बाजारों में ग्राहकों के पहुंचने पर नेपाल, तिब्बत, मनाली से आए व्यापारियों के चेहरे खिले हुए हैं। बाजार में सस्ते दामों पर गरम कपड़े उपलब्ध होने की वजह से निम्न वर्ग के लोगों के साथ हर वर्ग का व्यक्ति खरीदारी करने पहुंच रहा हैं। तिब्बती व परेड बाजार के व्यापारियों ने बताया कि ऊनी कुर्तियां, शर्ट, शाल, जैकेट, स्वेटर, कोट, कंबल, रजाई की बड़ी संख्या में वैरायटी आसानी से कम दामों में उपलब्ध है। जो आसानी से हर वर्ग के लोगों की पहुंच में है।
एक दिन में २० लाख तक होता कारोबार
फूलबाग चौराहा के समीप स्थित तिब्बती मार्केट में औसतन ५५ व्यापारियों के स्टाल लगे हैं। यहां पर व्यापारी अक्टूबर माह में ही तिब्बत, नेपाल, मनाली से कारोबार करने के लिए आ गए थे। व्यापारी सोमेश ने बताया कि इस बाजार में पीक सीजन जनवरी माह तक रहता है। एक दिन में औसतन नौ लाख रुपये का कारोबार होता है। परेड मार्केट के कारोबारी राकेश गुप्ता बताते हैं कि ८३ दुकानों से एक दिन में औसतन ११ लाख रुपये का कारोबार होता है। ऐसे में एक दिन में दोनों बाजारों से औसतन २० लाख रुपये की गरम कपड़ों की बिक्री होती है।
कारोबारी बोले:
ग्राहकों के आने से सन्नाटा हुआ खत्म: कारोबारी शमशाद बताते हैं कि कोरोना के दो साल से बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ था। इससे दुकानदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा लेकिन, इस बार नवंबर माह के अंतिम सप्ताह से ग्राहकों का आना शुरू हो गया है। इससे दुकानदारों को राहत मिली है।
एक हजार रुपये तक गरम कपड़े उपलब्ध: कारोबारी राकेश गुप्ता ने बताया कि ५० साल पुरानी परेड मार्केट में हर वर्ग के लोगों के लिए गरम कपड़ों की रेंज उपलब्ध है। यहां की बाजार में ५० रुपये से एक हजार रुपये तक के कपड़े उपलब्ध हैं। इसी वजह से ये बाजार लोगों की पहली पसंद बनी है।
आसपास के जिलों से आते हैं खरीदार: कारोबारी मोहम्मद अनीस बताते हैं कि परेड व तिब्बती मार्केट में लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, फतेहपुर, औरैया, बाराबंकी, हरदोई आसपास के जिलों से लोग गरम कपड़ों की खरीदारी के लिए आते हैं। गरम कपड़ों का बाजार जनवरी माह तक गुलजार रहता है।
६०० लोगों के रोजगार का जरिया बनी बाजार: कारोबारी बताते हैं कि परेड मार्केट में उर्सला गेट से लेकर आइएमए हाल तक करीब ५०० मीटर के दायरे में ८३ पंजीकृत दुकानें हैं। इन दुकानों में बच्चों से लेकर बुजुर्गों, महिलाओं के लिए हर वैरायटी व कीमत पर गरम कपड़े, जींस, कुर्तियां, शाल, सूट की श्रेणी उपलब्ध है। महानगर की सबसे सस्ती बाजार होने की वजह से ग्राहकों की संख्या भी अधिक रहती है। ये बाजार से ६०० से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है।