शिक्षकों ने किया मंथन

0 जि़लाधिकारी की चेतावनी के बाद सक्रिय हुए शिक्षक संगठन 0 शिक्षकों ने कहा-रोज स्कूल जाएं, अस्तित्

By Edited By: Publish:Tue, 25 Nov 2014 01:35 AM (IST) Updated:Tue, 25 Nov 2014 01:35 AM (IST)
शिक्षकों ने किया मंथन

0 जि़लाधिकारी की चेतावनी के बाद सक्रिय हुए शिक्षक संगठन

0 शिक्षकों ने कहा-रोज स्कूल जाएं, अस्तित्व पर माना संकट

झाँसी : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ की जनपदीय इकाई की बैठक में शिक्षकों को समय से स्कूल जाने, शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर मंथन किया गया। शिक्षक वक्ताओं ने जि़लाधिकारी की सुधरने की चेतावनी को शिक्षकों की आत्मसम्मान की लड़ाई में मानकर पूरे मनोयोग से विद्यालय में कार्य करने का आह्वान किया। साथ ही शिक्षक नेताओं ने शिक्षकों की समस्याओं के समाधान न होने पर आन्दोलन की चेतावनी भी दी।

जनपद में शैक्षणिक व्यवस्था सुधारने के लिए जि़लाधिकारी के सार्वजनिक मंचों पर दिए गए सुझाव व चेतावनी को लेकर अब शिक्षक संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। आज जि़लाध्यक्ष व प्रान्तीय संगठन मन्त्री अजय यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में शिक्षकों से समय से स्कूल जाने, छात्रांकन के हिसाब से उपस्थिति बढ़ाने तथा शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने का आह्वान किया गया। जि़लाध्यक्ष ने कहा कि जि़लाधिकारी के बयान पढ़कर शिक्षकों के मन में झोभ की स्थिति है, लेकिन यह परिस्थितियां शिक्षकों के मन से कार्य नहीं करने की वजह से ही बनी है। अब समय आ गया है कि शिक्षक अपने आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ें। उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चे होंगे, तो शिक्षक रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिक्षक स्कूल समय में विद्यालय में ही रहें और मन से पढ़ाए। उन्होंने कहा कि स्कूल नहीं जाने वाले किसी शिक्षक को संगठन समर्थन नहीं देगा, लेकिन शिक्षक व शिक्षिकाओं को स्कूल में नहीं आने के एवज में शुल्क वसूलने वाले खण्ड शिक्षा अधिकारियों को छोड़ा नहीं जाएगा। बैठक में शिक्षकों की समस्याओं पर भी चर्चा हुई, जिसमें ब्लॉक सह समन्वयक के पदों को जल्दी भरने, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पदोन्नति करने, वित्त व लेखाधिकारी कार्यालय में लम्बित देयकों का शीघ्र निस्तारण करने, मध्यान्ह भोजन खाता एकल किए जाने की माँग की गयी। बैठक में अवशेष विकास खण्ड की लेखा पर्ची वितरित करने, एकल विद्यालयों में शिक्षकों की व्यवस्था करने की माँग की गयी। इस दौरान शिक्षक सोसायटी के अध्यक्ष प्रहलाद सिंह यादव, रविशंकर अग्निहोत्री, कल्याण सिंह, सौबीर सिंह, पुष्पेन्द्र कुशवाहा, आनन्द यादव, अरुण साहू, कादिर खान व धर्मेन्द्र चौधरी आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन कार्यवाहक महामन्त्री प्रसून तिवारी व आभार रविन्द्र प्रजापति ने व्यक्त किया।

झूठा गर्व दिखाना बनी मुसीबत

शिक्षकों की बैठक में वक्ताओं ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों में स्कूल नहीं जाने की बयानबाजी आज संकट का कारण बन गयी है। वक्ताओं ने कहा कि स्कूल जाते समय बसों में, दोस्तों के बीच सप्ताह में दो या तीन दिन ही स्कूल जाने की बात कहकर शिक्षक गर्व महसूस करते थे। इससे आज दिक्कत पैदा हो गयी। शिक्षक अपना प्रभाव दिखाने के लिए गर्व से स्कूल नहीं जाने की बात कहते रहे और आज मुसीबत में फँस गए।

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