मायके वालों की जिद पर शव पोस्टमार्टम को भेजा

शेखपुर सुतौली गांव में गर्भवती विवाहिता की रहस्यमय हाल में मौत हो गई। परिजन अस्पताल से शव लाने के बाद दाह संस्कार को ले जा रहे थे कि मायके पक्ष ने पुलिस को फोन कर रास्ते से शव रोकवा लिया। मायके वालों के जोर देने पर उप एसडीएम शाहगंज राजेश की मौजूदगी में शव को अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Jul 2019 06:00 PM (IST) Updated:Mon, 08 Jul 2019 06:00 PM (IST)
मायके वालों की जिद पर शव पोस्टमार्टम को भेजा
मायके वालों की जिद पर शव पोस्टमार्टम को भेजा

जागरण संवाददाता, खुटहन (जौनपुर): शेखपुर सुतौली गांव में गर्भवती विवाहिता की रहस्यमय हाल में मौत हो गई। परिजन अस्पताल से शव लाने के बाद दाह संस्कार को ले जा रहे थे कि मायके पक्ष ने पुलिस को फोन कर रास्ते से शव रोकवा लिया। मायके वालों के जोर देने पर उप एसडीएम शाहगंज राजेश की मौजूदगी में शव को अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया गया।

उक्त गांव की कुमकुम (25) पत्नी नीरज यादव पांच माह की गर्भवती थी। बीते शुक्रवार की सुबह अचानक कुमकुम की हालत बिगड़ गई। परिजन उपचार के लिए ले जाकर एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। मायके वालों को सूचना भी दे दी। मायके वाले भी अस्पताल पहुंच गए। दो दिन तक उपचार के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। रविवार की रात उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। परिजन शव लेकर घर चले आए। इसी दौरान मायके वाले भी आ गए। परिजन शव अंत्येष्टि के लिए ले जाने लगे। तभी किसी बात को लेकर उसके चचेरे ससुर जैसलाल यादव व मृतका के भाई सुनील यादव के बीच कहासुनी हो गई। सुनील ने तैश में आकर यूपी-100 पर सूचना दे दी। इसी बीच ससुरालीजन शव वाहन से लेकर रवाना हो गए। शिकायत पर सक्रिय हुई पुलिस ने रास्ते में वाहन रोककर शव को थाने ले आई। वहां भी दोनों पक्षों में घंटों पंचायत चली। शाहगंज के एसडीएम राजेश वर्मा भी आ गए। काफी समझाने-बुझाने पर भी बात नहीं बनी तो पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ससुरालीजन का कहना है कि पेट में बच्चे की मौत से जच्चा को भी चिकित्सक बचा नहीं सके। उपचार के समय मायके पक्ष के लोग भी मौजूद रहे बावजूद इसके फर्जी तरीके से परेशान किया जा रहा है।

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