891 मामलों में से महज 46 ही निस्तारित

जिले के विभिन्न तहसीलों में मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Jun 2019 05:58 PM (IST) Updated:Tue, 18 Jun 2019 05:58 PM (IST)
891 मामलों में से महज 46 ही निस्तारित
891 मामलों में से महज 46 ही निस्तारित

जागरण संवाददाता, जौनपुर: तहसीलों में मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। पर इस बार के आंकड़े को देखें तो स्थिति पहले से ज्यादा हास्यास्पद है। दिनोदिन फरियादी बढ़ रहे हैं तो अधिकारियों की दशा महज औपचारिकता पूरी जैसी दिख रही है। इसका नमूना भी सामने है। कुल 891 मामलों में से महज 46 का ही मौके पर निस्तारण हो सका। तहसीलों में अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देना फरियादियों के लिए किसी सांसत से कम नहीं रहा। जिलाधिकारी अरविद मलप्पा बंगारी के नेतृत्व में केराकत में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया तो फरियादियों को प्रार्थनापत्र पहुंचाने में ही पसीने आ गए।

केराकत में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 265 फरियादियों ने न्याय की फरियाद लगाई, जिसमें केवल सात फरियादियों की समस्याओं का समाधान हो सका, वहीं दूर-दराज से आए 258 फरियादियों को मायूस होकर लौटना पड़ा। इन फरियादियों में से कुछ ऐसे भी फरियादी रहे जो कई सालों से संपूर्ण समाधान दिवस का चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हे अभी तक इसका लाभ नहीं मिल सका। संपूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों द्वारा प्रार्थना पत्रों को देना किसी सांसत से कम नहीं है। स्टांप और रसीद के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ती है। जिसमें सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को उठानी पड़ती है।

मछलीशहर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश की अध्यक्षता में तहसील सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ। इस अवसर विभिन्न विभागों से संबंधित 97 शिकायती पत्र में से छह का निस्तारण मौके पर हुआ। तहसीलदार की अध्यक्षता में संबंधित थानाध्यक्षों की टीम गठित कर राजस्व कर्मियों के सहयोग से दोनों पक्षों की उपस्थिति में विवाद निस्तारित करें।

सदर तहसील के प्रेक्षागृह सभागार में एसडीएम मंगलेश दूबे की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल 75 प्रार्थनापत्रों में से सात का मौके पर निस्तारण किया गया। एसडीएम ने समाधान दिवस में उपस्थित न होने वाले अधिकारियों को स्पष्टीकरण की नोटिस भेजी है कि क्यों उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

बदलापुर तहसील सभागार में एडीएम आरपी मिश्र की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस में 127 शिकायतों में से चार का मौके पर निस्तारण हुआ। इस अवसर पर एसडीएम अंजनी कुमार सिंह, सीओ राजेंद्र कुमार, तहसीलदार अजय कुमार पांडेय आदि उपस्थित रहे।

शाहगंज में एसडीएम राजेश कुमार वर्मा की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस पर 151 प्रार्थना पत्रों में से 14 का निस्तारण किया गया।

मड़ियाहूं में एसडीएम चंद्रशेखर की अध्यक्षता में कुल 176 शिकायती प्रार्थना पत्रों में से आठ का मौके पर निस्तारण हुआ। यह फरियादी काट रहे चक्कर :-

सरौनी पूर्व पट्टी निवासी छांगुर सरोज सड़क विवाद को लेकर चार बार तहसील के चक्कर काट चुके है। राधेश्याम निवासी नाऊपुर जाति प्रमाण पत्र के लिए पिछले तीन साल से तहसील में हर दिवस का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन आज तक उनकी बातों की सना नहीं जा रहा है। रामनाथ धनेश्वर निवासी कुसुमी तालाब का पट्टा कराया था जिसकी फाइल ही तहसील से ही गायब हो गयी थी जो आज तक नहीं मिली, जिसके लिए कई बार चक्कर काट गया लेकिन मिला नहीं। होरीलाल नालापार निवासी रविदास स्थल पर प्रस्तावित मंदिर के निर्माण के लिए पिछले पांच साल से चक्कर काट रहे है। वृद्धा आयशा बेगम पिछले दो साल से तहसील का दौड़ लगा रही है लेकिन उनके आगन से अब तक चिलबिल का पेड़ काटने का आदेश नहीं मिल पाया है। शैलेन्द्र कुमार सिंह निवासी सूरतपुर तालाब पर अवैध कब्जे के सम्बन्ध में चार बार से दिवस का चक्कर काट रहे है। इसके अलावा कई ऐसे भी मामले आते हैं जहां गलती बताने पर अधिकारी उसे अपनी मजबूरी बताने लगते हैं। बड़े अधिकारी के पास मामला गया तो उसे फिर वहीं लौटा दिया, जहां से समस्या थी।

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