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Lok Sabha Election 2024: गाजियाबाद सीट पर रात में घटा और दिन में दो बार बढ़कर 49.87 प्रतिशत तक पहुंचा मतदान

गाजियाबाद सीट पर शुक्रवार को मतदान संपन्न हो गया। इसके बाद अब सियासी दलों के नेता चुनाव में जीत-हार का गणित लगाने में जुटे हैं। बूथ प्रभारियों से उनके बूथ पर हुए मतदान की रिपोर्ट मांगी गई है जिससे कि पता चल सके कि किस बूथ पर कितना मतदान हुआ है। गाजियाबाद में 29.41 लाख मतदाताओं में से 50 प्रतिशत से भी कम मतदाताओं ने शुक्रवार को मतदान किया है।

By Shahnawaz Ali Edited By: Abhishek Tiwari Published: Sun, 28 Apr 2024 09:23 AM (IST)Updated: Sun, 28 Apr 2024 09:23 AM (IST)
रात में घटा और दिन में दो बार बढ़कर 49.87 प्रतिशत तक पहुंचा मतदान

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत पिछले दो चुनाव के मुकाबले बेहद कम रहा है। लगातार घट रहे मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए तमाम प्रयास हुआ, जो मतदान के दिन धरातल पर नजर नहीं आए।

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मतदान की समाप्ति पर देर शाम जारी 49.80 के बाद रात में और घट गया। इसके बाद दिन में यह लगातार दो बार बढ़ा और 49.87 प्रतिशत पर जाकर ठहर गया। गाजियाबाद लोकसभा संसदीय सीट पर मतदाताओं की बेरुखी प्रत्याशियों की धड़कनों को बढ़ा दिया है।

पहली रिपोर्ट में 49.80 के बाद देर रात 49.65 प्रतिशत हुआ था जारी

वहीं, मतदान प्रतिशत भी धड़कनों की तरह शुक्रवार देर रात से शनिवार तक ऊपर नीचे होती रही। शुक्रवार को मतदान के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से जारी पहली रिपोर्ट में 49.80 प्रतिशत मतदान होने की पुष्टि की गई। इसके बाद देर रात 49.65 प्रतिशत मतदान होने की सूचना को प्रसारित किया गया।

शनिवार दोपहर यह फिर से बढ़कर 49.86 तक पहुंच गया और देर शाम फिर से मतदान का प्रतिशत 49.87 तक पहुंच गया, जिसे जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से अंतिम रिपोर्ट करार दिया गया।

गत 2019 में हुए चुनाव में 55.80 के मुकाबले इस बार मतदान करीब छह प्रतिशत कम रहा। मतदाताओं में वह पहले जैसा उत्साह मतदान में नजर नहीं आया।

साहिबाबाद में पुरुषों के बराबर ही महिलाओं ने भी किया मतदान

लोकसभा चुनाव में जहां सत्ताधारी भाजपा को उम्मीद थी कि अबकी बार 400 पार के नारे के साथ जनता बूथों पर डटी दिखाई देगी, वहीं विपक्ष को लग रहा था कि महंगाई बेरोजगारी के मुद्दे पर जनता उनके पक्ष में जमकर वोट करेगी, लेकिन दोनों ही कारण खाली पड़े बूथों पर कागजी नजर आए। प्रशासन की ओर से तमाम प्रयासों के बावजूद मतदान प्रतिशत का ग्राफ बढ़ने के बजाय एक बार फिर से औंधे मुंह नीचे आ गिरा।

घटे मतदान में महिला-पुरुष दोनों ही बराबर के जिम्मेदार रहे। साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में करीब 43 तो धौलाना में करीब 60 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान में साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में जरूर महिलाओं की पुरुषों के बराबर भागीदारी नजर आई। यहां पुरुष मतदाताओं में 43 तो महिलाओं में 42 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

धौलाना में महिला मतदाता पुरुषों के मुकाबले बेहद पिछड़ी नजर आई। यहां पुरुषों का मतदान प्रतिशत 62 से अधिक रहा और सिर्फ 56 प्रतिशत महिलाएं ही घर से निकलकर बूथ तक पहुंच सकीं। लोनी में पुरुषों ने 55.69 प्रतिशत तो महिलाओं ने 52.47, मुरादनगर में पुरुषों ने 56.01 और महिलाओं ने 51.61 वोट किया। हां, गाजियाबाद में जरूर 48.91 प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं ने बूथ तक पहुंचने का साहस दिखाते हुए 46.57 प्रतिशत मतदान किया।

थर्ड जेंडर में भी नहीं दिखा मतदान का उत्साह

लोकसभा सीट की पांच विधानसभा क्षेत्रों में थर्ड जेंडर के सर्वाधिक 59 मतदाता साहिबाबाद में हैं, जहां सिर्फ दो ने मतदान में हिस्सा लिया। वहीं, मुरादनगर के 26 में एक और लोनी के 43 में से तीन ने मताधिकार का प्रयोग किया। इस तरह कुल 177 मतदाताओं में सिर्फ 16 ने बूथ पर पहुंचकर मतदान किया।


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