देवी कूष्मांडा का पूजन कर भक्तों ने मांगी सुख शांति

संकटा माता मंदिर शीतला माता मंदिर बड़ी माता मंदिर में बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए गए। जयकारों से शहर का वातावरण भक्तिमय दिखाई दे रहा था। सुबह से देर शाम तक पूजा पाठ का क्रम चलता रहा। घरों में भी वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ देवी का पूजन भक्तों ने किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Oct 2019 11:22 PM (IST) Updated:Thu, 03 Oct 2019 06:20 AM (IST)
देवी कूष्मांडा का पूजन कर भक्तों ने मांगी सुख शांति
देवी कूष्मांडा का पूजन कर भक्तों ने मांगी सुख शांति

जागरण संवाददाता, उरई : नवरात्र के चौथे दिन भक्तों ने भक्तिभाव के साथ देवी के चतुर्थ स्वरूप कुष्मांडा का विधिविधान से पूजन कर सुख शांति देने की कामना की। देवी दर्शन के लिए मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। भक्तों ने पान सुपारी नारियल सहित कई तरह की पूजा सामग्री देवी के चरणों में समर्पित की। जयकारों से वातावरण भक्तिमय बना रहा। सुबह से देर शाम तक दर्शन का क्रम चलता रहा। घरों में भी देवी का पाठ आयोजित कर पूजा अर्चना की गई। जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में भी लोग दर्शन करने के लिए पहुंचे। कई स्थानों पर प्रसाद का वितरण किया गया।

बुधवार सुबह जल्दी ही देवी पूजन की तैयारी घरों में होने लगी। लोग पूजा की थाल लेकर मंदिरों की तरफ चल दिए। महिला भक्त समूहों के रूप में जा रही थीं। तमाम भक्त देवी के जयकारे लगाते हुए मंदिर जा रहे थे। भोर का उजाला होने के पहले ही मंदिरों में गजब की भीड़ हो गई थी। मौसम खराब था लेकिन मंदिर परिसरों में खासी भीड़ थी। भक्तों ने लाइन में खड़े होकर माता रानी के दर्शन किए और विभिन्न प्रकार की पूजा सामग्री उनके चरणों में समर्पित कर सुख शांति देने की प्रार्थना की। शहर के हुल्की माता मंदिर, संकटा माता मंदिर, शीतला माता मंदिर, बड़ी माता मंदिर में बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए गए। जयकारों से शहर का वातावरण भक्तिमय दिखाई दे रहा था। सुबह से देर शाम तक पूजा पाठ का क्रम चलता रहा। घरों में भी वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ देवी का पूजन भक्तों ने किया। जनपद के प्रतिष्ठित शक्तिपीठों में भी लोग दर्शन के लिए पहुंचे। कई स्थानों पर प्रसाद का वितरण किया गया।

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