धरती की चांदनी से शरमा गया चांद

करवाचौथ पर सुहागिनों ने माता पार्वती के साथ की शिव की पूजा त्योहारी उल्लास पति की दीर्घायु की कामना को लेकर साज-श्रृंगार पूजा-पाठ में गुजरा दिन दिन में बादलों का रहा डेरा तो रात में सहमा-सहमा सा निकला चांद

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 12:18 AM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 12:18 AM (IST)
धरती की चांदनी से शरमा गया चांद
धरती की चांदनी से शरमा गया चांद

संवाद सहयोगी, हाथरस : गुरुवार को शहर से लेकर देहात तक करवाचौथ का जबरदस्त उल्लास दिखा। दिन निकलते ही घरों को सजाने-संवारने का कार्य शुरू हुआ तो रात में सुहागिनों ने सज-संवर कर मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर चांद को अ‌र्घ्य दिया।

गुरुवार को घरों का कामकाज निपटाते-निपटाते सुहागिनों के लिए कब शाम हो गई पता ही नहीं चला। सुहागिनों ने सोलह ऋंगार कर चांद का दीदार करने के लिए छतों पर पहुंचना शुरू कर दिया। इस दौरान सुहागिनों का उत्साह देखते ही बन रहा था। रात्रि के समय सुनसान दिखने वाली छतें गुरुवार को सुहागिनों की चहल-पहल से गुलजार थीं। रूठे हुए पति की तरह चांद ने भी खूब मानमनौवल करवाया। तब कहीं जाकर हल्की सी छटा बिखेरी। ऐसा लग रहा था धरती की चांदनी देख चांद शरमा रहा हो।

आसमान में चांद की चमक दिखते ही बच्चों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। उसके बाद तो घरों के काम-काज निपटाने में लगीं सुहागिनें भी हाथों में थाल सजाकर छतों पर पहुंच गईं। हालांकि ज्योतिशाचार्य ने चांद के उदय होने का समय रात्रि में 8.10 से 8.15 बजे निर्धारित किया था, पर चांद विलंब के सात रात करीब 8.30 बजे ही उदय हुआ। हालांकि इससे पहले दोपहर के समय आसमान पर छाये बादलों को देखकर चांद के देर से दिखने का संशय भी महिलाओं को हुआ था।

सुहागिनों ने चांद का दीदार कर पति के हाथों मिष्ठान खाने के साथ करवा से जल पीकर व्रत खोला। इसके बाद शिव-पार्वती के साथ चौथ माता की पूजा-अर्चना की गई। पूजा-अर्चना करते हुए सुहागिनों ने पति की लंबी उम्र के साथ घर-परिवार की सुख-समृद्धि की भी कामना की। चांद को तरसे घर के 'चांद'

करवा चौथ का इंतजार सबसे नवयुगलों को अधिक होता है। हाल-फिलहाल में वैवाहिक बंधन में बंधे जोड़ों में तो इसका बेसब्री से इंतजार होते देखा गया। इसमें नई विवाहिता यानि की घर का चांद अपने चांद से मिलने के लिए छतों पर बेकरार इधर से उधर चक्कर लगाती देखी गई। सोशल मीडिया पर गुरुवार को करवाचौथ ही छाई रही। विवाहित जोड़ों ने दूर रहते हुए भी सोशल मीडिया के माध्यम अपनी नजदीकियां दर्शाई। अपने दिल की हर बात दूर रहते हुए भी अपने जीवनसाथी से साझा किया। नये विवाहित जोड़ों ने जोश के साथ गीत-संगीत का जमकर लुत्फ उठाया। इस दौरान एक दूसरे को उपहार देने का दौर भी चलता रहा। गजरा ने खूब महकाई करवाचौथ

करवाचौथ पर मोबाइल का सबसे अधिक क्रेज रहा। गिफ्ट के तौर पर सुहागिनों के बीच स्मार्टफोन को लेकर चर्चायें रहीं। अधिकतर ने समयाभाव के चलते ऑनलाइन खरीदारी करते हुए सोसल मीडिया पर ही पसंद करने की छूट अपने साथी को दे रखी थी। कुछ ने उपहार के रूप में अपने साथी को ही नजदीक रहने की इच्छा जाहिर की। हालांकि इस दिन फूलों के गजरों का प्रचलन भी अधिक रहा। यह 30 रुपये से 200 रुपये तक खूब बिकते देखे गये।

मुरसान में करवाचौथ पर गिफ्ट के लिए इस बार सिल्क और कैटवॉक साड़ी खूब पसंद की गई। साथ ही गाउन और क्रॉप टॉप की भी खरीदारी की गई। इनमें सौ रुपये से लेकर तीन हजार तक की साड़ियां खूब बिकीं। कई वैराइटी की साड़ियां व अन्य उपहार के सामान बाजार में मौजूद रहे। दुल्हन वाली साड़ी का चलन इस बार कम ही देखा गया। चांद का दीदार होते ही शहर में जमकर हुई आतिशबाजी

संस, हाथरस : करवाचौथ का चांद दिखते ही शहर में शुरू हो गया आतिशबाजी का दौर। आतिशबाजी से ऐसा लगा जैसे दीवाली दस दिन पहले ही आ गई हो।

गुरुवार रात शहर में जगह-जगह हो रही आतिशबाजी से आसमान गूंज उठा। सुहागिनें भले ही पूजा-अर्चना में लगी रही हों मगर घर परिवार के लोगों ने आतिशबाजी करनी शुरू कर दी। पटाखे, अनार, बम, राकेट आदि खूब चलाये गये। आतिशबाजी होने पर ही बहुत सी महिलाओं को चांद निकलने का आभास हुआ। इनमें साजो-ऋंगार करने में लगी व्यस्त सुहागिनें भी शामिल रहीं। उसके बाद तो कालोनियों के साथ गली व मुहल्लों में भी आतिशबाजी के धमाके कानों को फाड़ते नजर आए। करवाचौथ वाले दिन शाम ढलते ही बाजारों में दुकानों के शटर गिरने शुरू हो गये। अन्य दिनों की बजाय बाजार करीब दो घंटा पहले ही बढ़ता नजर आया। सभी को अपने परिवार के साथ त्योहार मनाने की जल्दबाजी थी।

नौकरी पेशा वालों ने गुरुवार को भी जमकर की खरीदारी

संस. हाथरस : नौकरी-पेशा वालों ने गुरुवार को भी जमकर खरीदारी की। अधिकतर कर्मचारियों ने इस दिन दोपहर बाद अवकाश लेकर या कार्यालय से समय निकालकर बाजार का रुख किया। स्कूल-कालेजों में मध्यांतर के बाद ही शिक्षकों ने अवकाश लेकर सीधे बाजार की राह पकड़ी। पर्व के ²ष्टिगत दुकानदारों ने भी अपने प्रतिष्ठानों को खूब सजाकर रखा था। गिफ्ट आयटम, सर्राफा बाजार की दुकानों के अलावा वस्त्र, इलेक्ट्रोनिक्स, मोबाइल, मिठाई आदि की दुकानों व शोरूमों पर भारी भीड़ दिखी। चांद निकलने के बाद से तो होटल, रेस्त्रां आदि खान-पान वालों के यहां भी देर रात्रि तक भीड़भाड़ रही। पल-पल पर लगता शहर में जाम

शहर में गुरुवार को देर रात तक जगह-जगह जाम लगता रहा। सबसे अधिक जाम कमला बाजार, रामलीला ग्राउंड, बेनीगंज, घंटाघर, नजिहाई, गुड़हाई, पसरट्टा, पत्थर बाजार, नयागंज, चक्की बाजार, लोहट, पंजाबी मार्केट आदि बाजारों में रहा। ट्रैफिक पुलिस की ढुलमुल व्यवस्था के चलते भी जाम की समस्या बनी रही। पल-पल पर लगने वाले इस जाम ने लोगों को परेशान करके रख दिया। चालान भी कटे :

शहर में भीड़भाड़ के चलते लोगों ने काफी दिक्कतें झेलीं। पुलिस प्रशासन को भी इस दिन व्यवस्था बनाये रखने में बहुत मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने शहर में सुबह से ही निर्धारित ड्यूटी के अनुसार कार्य संभाल लिया था। शहर के बाजारों में पुलिस ने गश्त करते हुए जाम लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। रामलीला ग्राउंड आदि स्थानों पर चेकिग अभियान चलाते हुए कई हाथठेला वालों और दुकानदारों के चालान भी काटे। पुलिस की इस कार्यवाही से बाजारों में कुछ हड़कंप मचा रहा। करवाचौथ पर जरूरतमंद

महिलाओं को वांटे उपहार

संसू, सासनी : करवा चौथ के पावन पर्व पर गुरूवार को इनरव्हील क्लब की अध्यक्ष नमिता सिघल की अध्यक्षता में समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें महिलाओं को करवाचौथ का महत्व बताया गया। जरूरत मंद महिलाओं को साड़ी एवं श्रृंगार का सामान भेंट कर पावन पर्व को हर्ष व उल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर नमिता सिघल ने बताया कि क्लब का मुख्य उदेश्य सामाजिक रीति रिवाज एवं परम्पराओं को ऐतिहासिक धरोहर मान कर कार्य करना है। हिन्दू धर्म में मनाए जाने वाले तीज त्योहार सामाजिक परम्पराओं के साथ मनाने चाहिए। आज का त्योहार महिलाओं के लिए सुहाग का प्रतीक है और गरीब महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए साड़ी एवं सुहाग का सामान वितरित किया गया है। इस मौके पर अनामिका जैन, रिकी जादौन, रमा वाष्र्णेय, नेहा जैन, यश अग्रवाल, प्रज्ञा वाष्र्णेय, लक्ष्मी अग्रवाल , अमिता अग्रवाल, सरोज सिंह आदि मौजूद थीं।

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