सेल्फी का शौक दे गया आंसू और मातम

दोनों गहरे दोस्त थे कृष्णा और नीशू एक ही स्कूल में कर रहे थे पढ़ाई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Jan 2022 01:35 AM (IST) Updated:Mon, 24 Jan 2022 01:35 AM (IST)
सेल्फी का शौक दे गया आंसू और मातम
सेल्फी का शौक दे गया आंसू और मातम

जागरण संवाददाता, हाथरस : रविवार का दिन कृष्णा और नीशू के स्वजन के लिए मनहूस साबित हुआ। दोनों परिवारों को मातम दे गया सेल्फी का शौक। रविवार की दोपहर मौत की सवारी बनकर कासगंज से मथुरा की ओर से दौड़ती पैसेंजर ट्रेन ने दोनों दोस्तों की जिदगी पलक झपकते ही छीन ली। जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम गृह में दोनों परिवारों की महिलाएं दहाड़े मार-मारकर रो रही थीं। पढ़ाई के साथ सेल्फी के शौकीन

कृष्णा और नीशू आपस में गहरे दोस्त थे और दोनों ही लाला का नगला स्थित महात्मा गांधी इंटर कालेज में अध्ययनरत थे। कोरोना के बढ़ते केसों के चलते स्कूल 31 जनवरी तक बंद चल रहे हैं। इन दिनों दोनों घर पर ही रहते थे। रविवार को दोनों ने मिलकर प्लान बनाया कि कहीं घूमने चलें और सेल्फी ली जाए। अचानक दोनों सुबह चाय-नाश्ता करके घर से निकले। दोनों ने किसी बाइक वाले दोस्त को बुलाया और तीनों हतीसा पुल की तरफ सेल्फी लेने निकल गए। काश! लोगों की बात मान ली होती

जहां दोनों दोस्त सेल्फी लेने के चक्कर में जान गंवा चुके हैं, वहां उन्होंने चंद मिनट पहले हतीसा पुल पर खतरनाक ढंग से सेल्फी लेने पर रोकने वालों की बात मानी मगर फिर से ट्रैक पर आकर सेल्फी लेने की कोशिश की और हादसे का शिकार हो गए। लोगों की बात माल ली होती तो शायद हादसे को टाला जा सकता था। साधारण परिवार से थे दोनों

एक ओर जहां कृष्णा के पिता मनोज सक्सेना कपड़ों की ड्राइक्लीनिग के पेशे से जुड़े हैं, वहीं नीशू के पिता बंटी पेशे से हलवाई हैं और शादियों में कैटरिग की बुकिग लेते हैं। कृष्णा का एक बड़ा भाई हेमू है जो शारीरिक रूप से दिव्यांग है, जबकि नीशू बंटी का इकलौता बेटा था। नीशू की बड़ी बहन और मां का रो-रोकर बुरा हाल था। दोनों दोस्त पढ़ाई के साथ कंप्यूटर सीखने और उसकी मरम्मत का काम भी अलग-अलग सीख रहे थे। दोनों के तीसरे दोस्त की तलाश

हाथरस गेट कोतवाली के इंस्पेक्टर केडी शर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना पर पुलिस ने मौके पर जाकर दोनों के शव को क्षत-विक्षत हालत में कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। जानकारी यह भी कि वहां मौजूद लोगों का कहना था कि एक बाइक पर तीन दोस्त आए थे। तीसरा बाइक में पेट्रोल लेने निकल गया था, मगर उसका नाम पता अभी मालूम नहीं हो सका है।

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