जीएम ने जाना हाथरस जंक्शन स्टेशन का हाल

By Edited By: Publish:Fri, 10 Jan 2014 12:09 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jan 2014 05:12 PM (IST)
जीएम ने जाना हाथरस जंक्शन स्टेशन का हाल

संवाददाता, हाथरस : उत्तर मध्य रेलवे, इलाहाबाद के जनरल मैनेजर पीके सक्सेना ने हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। जीएम ने यहां स्थानीय समस्याओं को जाना तथा उनके निराकरण के बारे में चर्चा की। जीएम के साथ इलाहाबाद, टूंडला व अलीगढ़ के भी अधिकारी मौजूद थे।

जीएम प्रदीप कुमार सक्सेना ने 31 दिसंबर 2013 को ही यह चार्ज लिया है। इससे पहले वे सेंट्रल रेलवे, मुंबई में प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर (पीसीएम) थे। चार्ज लेने के बाद जीएम का यह पहला दौरा था। अपने क्षेत्र को समझने व जानने के लिए वे निरीक्षण यान से सुबह 11.30 बजे हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन पहुंचे। स्टेशन पर जीएम के आगमन की तैयारियां पहले से की जा रहीं थीं। स्टेशन पर साफ-सफाई आदि कार्य कराया गया। तीसरे प्लेट फार्म पर जीएम का निरीक्षण यान आकर रुका। यहां से एफओबी के जरिए जीएम प्लेट फार्म एक पर पहुंचे। पानी की समस्या से शुरुआत करते हुए उन्होंने पूरे प्लेट फार्म का निरीक्षण किया। स्टेशन मास्टर का कक्ष, टिकट विंडो, ट्रेक, बिजली आदि की व्यवस्थाएं देखी।

जीएम ने स्टेशन पर मौजूद अधिकारियों से रेलवे कालोनी में दी जाने वाली बिजली आपूर्ति की जानकारी ली। स्टेशन व कालोनी में बिजली की समस्या पर उन्होंने संभावित उपायों के संबंध में भी चर्चा की। अधिकारियों ने स्टेशन के निकट स्थित लाल डिग्गी फीडर से जोड़े जाने का प्रस्ताव रखा। इसके लिए आवश्यक 14 लाख रुपये के बजट की जानकारी भी जीएम को दी गई। स्टेशन पर पानी की समस्या दूर करने के लिए ओवर हेड टैंक पर भी विचार-विमर्श हुआ। जीएम ने निर्माणाधीन प्लेटफार्म का भी निरीक्षण किया। उन्होंने टीन शेड आदि के संबंध में निर्देश दिए।

स्थानीय लोगों ने रेलवे रोड पर पानी भरने की समस्या से जीएम को अवगत कराया। इसके अलावा स्टेशन पर एक और एफओबी बनाए जाने की मांग रखी। जीएम ने सभी समस्याओं पर विचार कर आवश्यक समाधान कराने का आश्वासन दिया।

जीएम सक्सेना के साथ डीआरएम वीके त्रिपाठी व एसडीसीएम अनुमणी त्रिपाठी, डीटीएम टूंडला व अलीगढ़, सेफ्टी टीआइ, सीएमआइ आदि अलीगढ़ व टूंडला के अधिकारी तथा स्टेशन अधीक्षक आरके शर्मा व सीआरएस एमसीएस पौरूष मौजूद रहे।

पूर्वोत्तर रेलवे से जुड़ने

पर होगा विचार : जीएम

क्रासर.

-रेलवे फ्रेट कॉरीडोर को बताया उत्तर मध्य रेलवे के लिए क्रांति

संवाददाता, हाथरस : विकास व सुविधाओं के नाम पर रेलवे ने फिर बजट का रोना रोया। उत्तर मध्य रेलवे के जीएम पीके सक्सेना ने कहा कि रेलवे नुकसान में चल रही है। बजट के अभाव में कोई भी सुविधा मुहैया कराना आसान नहीं होता है।

सक्सेना ने कहा कि पिछले दस वर्षो में रेलवे ने यात्री किराया नहीं बढ़ाया है। किराए बढ़े भी हैं तो उस हिसाब से नहीं, जिससे घाटे से उभरा जा सके। ऐसे में किसी भी रेलवे स्टेशन पर सुविधा मुहैया कराना आसान नहीं होता। ट्रेनों के ठहराव पर जीएम ने कहा कि दिल्ली-हावड़ा रूट पर ट्रैफिक काफी ज्यादा है। ऐसे में छोटे स्टेशनों पर अधिक ट्रेनें रोकना संभव नहीं है। जीएम ने कहा कि डेडिकेटेड रेलवे फ्रेट कॉरीडोर उत्तर मध्य रेलवे के लिए किसी क्रांति से कम नहीं है। सारी मालगाड़ियां इस ट्रैक पर आ जाएंगी। इससे लोड कुछ कम होगा। तब अतिरिक्त एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जा सकेंगी। जीएम ने उत्तर मध्य व पूर्वोत्तर रेलवे को जोड़े जाने के संकेत भी दिए। हालांकि उन्होंने साफ तौर पर कुछ नहीं कहा, लेकिन वे बोले कि अभी अपने कार्यक्षेत्र की जानकारी कर रहे हैं। प्राथमिकता के आधार पर विभिन्न कार्यो की श्रेणी बनाई जाएगी तथा उस अनुसार काम किया जाएगा। उत्तर मध्य व पूर्वोत्तर रेलवे को जोड़ा जाना एक बड़ा प्रोजेक्ट है। इस पर भी विचार किया जा रहा है। हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन पर ट्रैफिक के अनुरूप उन्हें सुविधाएं पर्याप्त लगीं।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

chat bot
आपका साथी