World hypertension day: योग- व्यायाम से नियंत्रित होगा उच्च रक्तचाप, सिर दर्द, नाक से खून आना आदि हैं इसके लक्षण

World hypertension day 2022 राजकीय अस्पतालों में जांच व उपचार की निश्शुल्क सुविधा है। ऐसे में विशेषज्ञों के अनुसार सुबह टहलने व नियमित योग- व्यायाम से यह नियंत्रित होती है। इसके लक्षण सिर दर्द नाक से खून आना धुंधला दिखना आदि है।

By Pragati ChandEdited By: Publish:Tue, 17 May 2022 05:43 PM (IST) Updated:Tue, 17 May 2022 05:43 PM (IST)
World hypertension day: योग- व्यायाम से नियंत्रित होगा उच्च रक्तचाप, सिर दर्द, नाक से खून आना आदि हैं इसके लक्षण
योग- व्यायाम से नियंत्रित होगा उच्च रक्तचाप। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोरखपुर, जागरण टीम। उच्च रक्तचाप की बीमारी इस दौर में सामान्य हो गई है। चिकित्सक के परामर्श के अनुसार इसकी नियमित दवा लेना और सही तरीके से जांच करवाना अनिवार्य है। विशेषज्ञों के अनुसार सुबह टहलने व नियमित योग- व्यायाम से यह नियंत्रित होती है। इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है।

ये है लक्षण: मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि सभी राजकीय अस्पतालों में उच्च रक्तचाप की जांच व उपचार की निश्शुल्क सुविधा उपलब्ध है। सिर दर्द, नाक से खून आना, धुंधला दिखना, चक्कर आना, पेशाब में खून आना, सांस तेज चलना या सांस लेने में तकलीफ होना, दिल की धड़कन बढ़ना और थकान होने जैसे लक्षण अगर लगातार बने हुए हैं तो उच्च रक्तचाप हो सकता है। इस दिवस की इस बार की थीम है-अपना रक्तचाप सही से नापें, इसे नियंत्रण में रखें और लंबा जिएं।

इस समय न नापें रक्तचाप: व्यायाम करने के बाद या कहीं से चल कर आने पर थोड़ी देर आराम करें। उसके बाद आरामदायक मुद्रा में बैठकर रक्तचाप नापें। खड़े होकर, धूमपान करने के बाद, काफी-चाय पीने या भोजन करने के तुरंत बाद नहीं नापना चाहिए। दोनों हाथों का उच्च रक्तचाप लें और अगर अंतर आता है तो चिकित्सक से मिलें।

16 से 20 प्रतिशत प्रभावित: मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण (2019-21) के मुताबिक 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की 16.8 प्रतिशत महिलाओं और 20.7 प्रतिशत पुरुषों के रक्तचाप का स्तर इतना अधिक है कि उन्हें दवाओं का सेवन करना पड़ता है। पीड़ितों को अत्यधिक मात्रा में नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। धूमपान, तला-भुना, शराब, फैटी भोजन व तनाव से दूर रहना चाहिए। भरपूर नींद लेनी चाहिए और सुबह-शाम टहलना चाहिए। प्राणायाम और योग भी बीमारी से बचाव में काफी मददगार है।

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