बहन सोनी ने कहा-मेरा भाई तो कंस से भी बुरा

पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद विशाल ने बताया कि उसके निशाने पर सिर्फ उसकी मां थी। रोज-रोज की किचकिच से वह तंग आ गया था। विशाल ने कहा कि सोनी की कई बार शादी हो चुकी है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sat, 17 Oct 2020 04:56 PM (IST) Updated:Sat, 17 Oct 2020 04:56 PM (IST)
बहन सोनी ने कहा-मेरा भाई तो कंस से भी बुरा
हत्‍या के आरोप में गिरफ्तारी का तीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। लोग क्रूरता में कंस का उदाहरण देते हैं। सोनी सिंह को लगता है कि उसके भाई ने कंस को बहुत पीछे छोड़ दिया है। कंस देवकी के संतानों को इसलिए मारता रहा कि उनसे उसे जान का खतरा था, लेकिन यहां तो ऐसी कोई बात ही नहीं थी। 

सोनी की मां चंदा व उनके पुत्र नैतिक की हत्या कर दी गई थी। दोनों के शरीर पर चाकुओं से पांच-पांच घाव किए गए थे। सोनी का कहना है कि उन्हें नहीं पता था एक बेटी का पिता के घर आने की इतनी बड़ी कीमत चुकानी होगी। मां सुरक्षित रहें, इसलिए उन्होंने अपने बेटे नैतिक को उनके साथ भेजा था, लेकिन भाई ने किसी को नहीं छोड़ा।

निशाने पर थी मां, भांजे की हत्या का कोई इरादा न था

पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद विशाल ने बताया कि उसके निशाने पर सिर्फ उसकी मां थी। रोज-रोज की किचकिच से वह तंग आ गया था। विशाल ने कहा कि सोनी की कई बार शादी हो चुकी है। उसकी मां घर की सारी संपत्ति तो उसकी शादी पर ही खर्च कर देती। यह तो एक न एक दिन होना ही था।

आठवीं का छात्र था नैतिक

नैतिक आठवीं का छात्र था। उसे पढ़ाने के लिए ही सोनी ने पचपेड़वा मुहल्ले में किराये पर कमरा लिया था। सोनी के पति अशोक कृषक हैं, लेकिन सिर्फ किसानी से नैतिक के पढ़ाई का खर्च नहीं संभलता था, इसलिए सोनी रामजानकीनगर में ही एक कपड़े के दुकान पर काम करती थी।

टीम को मिलेगा 20 हजार रुपये का पुरस्कार

घटना भले पूरी तरह साफ हो, लेकिन आरोपितों को पकडऩे में पुलिस टीम ने तत्परता दिखाई। रात भर टीम उन्हें तलाश करती रही। इसे लेकर एसएसपी ने टीम को 20 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।

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