सिक्योरिटी फीचर के प्रयोग से जीवन को मिलेगी सुरक्षा, ऐसे करें प्रयोग Gorakhpur News
जीवन की सुरक्षा के लिए यातायात नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।
गोरखपुर, जेएनएन। पुराने जमाने की बात अलग थी, लेकिन आज के वाहन भी बड़े काम के हैं, जो नए फीचर के साथ तकनीकी रूप से बेहद उन्नत। कार समेत बसों आदि में कई ऐसे सुविधाएं हैं, जो हमें सेफ ड्राइ¨वग के प्रति चेताते हैं। बताते हैं कि आप ठीक से नहीं चल रहे हैं या इस सिक्योरिटी फीचर का पालन नहीं कर रहे। ऐसे में वाहनों में लगे फीचर मसलन सीट बेल्ट न लगाने पर बेल्ट बजर बजना शुरू हो जाता है। मगर अक्सर लोग बेल्ट को सीट से लपेटकर बजर का मुंह बंद कर देते हैं। सीट बेल्ट खुद नहीं लगाते।
ऐसी परिस्थिति में दुर्घटना के समय एयरबैग नहीं खुलता है। अगर खुला भी तो तेज झटका ड्राइ¨वग करने वाले के लिए घातक साबित होता है।
यह है वाहनों के सिक्योरिटी फीचर
सुरक्षित ड्राइ¨वग को लेकर चार पहिया वाहनों में कई ऐसे सिक्योरिटी फीचर हैं, जो स्टेय¨रग पर बैठते है, हमें चेताते हैं कि आप सतर्क होकर बैठिए। सीट बेल्ट के प्रयोग करने के लिए इंडीकेटर लगातार सुनाई देता है, जो बांधते ही बंद हो जाता है। इसके अलावा एंटी लाक ब्रे¨कग सिस्टम ब्रेक का प्रयोग करते ही गाड़ी रूक जाती है। इलेक्ट्रानिक ब्रेक सिस्टम का प्रयोग करने गाड़ी स्लीप नहीं करती है। नई फोर-एस दो पहिया वाहनों में यह व्यवस्था है कि गाड़ी स्टार्ट होते ही हेड लाइट जल जाती है, जो स्विच आफ होने पर ही बंद होती है। कई वाहनों में तो चाभी आन होते ही लाइट जलनी शुरू हो जाती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
कुशीनगर के पडरौना निवासी एक्सपर्ट मनमोहन दीक्षित कहते हैं कि नई गाड़ियों में इतने फीचर दिए गए हैं कि चालक उनका प्रयोग करें, तो 70 फीसद हादसों से बचा जा सकेगा। इसके लिए विशेष सतर्कता बरतने की जरुरत है। अनिवार्य रूप से सभी बैठने वालों को सीट बेल्ट का प्रयोग करना चाहिए। विनोद तिवारी ¨पटू का कहना है कि कोहरे में कभी भी ओवरटेक करने का प्रयास नहीं करना चाहिए। चूंकि सामने से दिखाई नहीं देता है, ऐसे में गाड़ी सावधानी से चलानी चाहिए। दो पहिया वाहनों के बारे में अजय गुप्ता बताते हैं कि फोर-एस गाड़ियों में लाइट की सुविधा अतिरिक्त मिली है, जिससे चाभी आन होने पर लाइट जल जाती है। बासुकी उर्फ आनन्द गुप्ता कहते हैं कि ड्राइ¨वग करते समय हेलमेट का प्रयोग जरूर करें।
हमेशा प्रयोग करने से कम होंगे खतरे
वाहनों में दिए गए नए फीचर के हमेशा प्रयोग करना चाहिए। इससे खतरे की संभावना कम रहती है। इससे चालक के साथ वाहन में आगे अथवा पीछे बैठने वाले पर आने वाले खतरे कम हो जाते हैं।