India China Tension: रिटायर्ड मेजर जनरल ने बताया, यह है चीन की बौखलाहट का असली कारण

India China Tension रिटायर्ड मेजर जनरल के अनुसार इसकी वजह दौलत बेग ओल्डी (डीओबी) है जिसे सड़क बनाकर हमने लेह से जोड़ा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 19 Jun 2020 10:49 AM (IST) Updated:Sat, 20 Jun 2020 09:38 PM (IST)
India China Tension: रिटायर्ड मेजर जनरल ने बताया, यह है चीन की बौखलाहट का असली कारण
India China Tension: रिटायर्ड मेजर जनरल ने बताया, यह है चीन की बौखलाहट का असली कारण

गोरखपुर, जेएनएन। रिटायर्ड मेजर जनरल शिव जसवाल गलवन घाटी में चीन की हरकत से गुस्से में हैं। वह लद्दाख पूर्वी क्षेत्र के ब्रिगेड कमांडर रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि जो कुछ कुछ हुआ, वह अच्‍छा नहीं हुआ। चीन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वह भरोसे के काबिल नहीं है। हर बार उसने ऐसा ही किया है। चीन कभी भी मिलिट्री मानक के दायरे में वार नहीं करता। धोखे से वार करना उसकी फितरत में शामिल है।

दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने इसे लेकर अपना दर्द और नाराजगी जाहिर की। मेजर जनरल ने बताया कि 1997-98 में जब वह लद्दाख पूर्वी क्षेत्र के ब्रिगेड कमांडर थे, उन दिनों चुशूल, डेमचॉक, चूमर में आए दिन विवाद हुआ करते थे, जिसे आपसी बातचीत के जरिये शांत किया जाता था। शांति बनाए रखने के लिए साल में दो बार वहां तैनात दोनों देशों की सेनाएं साथ बैठकर आपस से बात करती थीं। लेकिन गलवन घाटी में यह स्थिति पहली बार आई है।

यह है चीन की बौखलाहट का असली कारण

इसकी वजह दौलत बेग ओल्डी (डीओबी) है, जिसे सड़क बनाकर हमने लेह से जोड़ा है। साथ ही हाल ही में वहां एयरबेस भी बनाया है। इसके बन जाने से हमारी फौज का मूवमेंट वहां पहले से आसान हो गया है। चूंकि वह स्थान काराकोरम और अक्साई चिन के नजदीक है, इसलिए डीओबी की मजबूती चीन को रास नहीं आ रही और वह तरह-तरह से विरोध पर आमादा है। इसी क्रम मेें पिछले दिनों उसने गलवन में मिलिट्री सिस्टम को ताक पर रखकर भारत के खिलाफ कार्रवाई की। लड़ाई तो अंतिम विकल्प है ही, इससे पहले हमें चीन को आर्थिक रूप से तोडऩा चाहिए। भारत उसके लिए बड़ा बाजार है। यहां सामान की बिक्री से उसे भारी धन प्राप्त होता हैं। यदि यह बाजार तोड़ दिया जाए तो चीन को गहरी आर्थिक चोट लगेगी। ऐसे में वह भारत के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने से पहले सोचने को मजबूर होगा। फिलहाल उसे जवाब देने के लिए किसी न किसी रूप में बदला लेना बहुत जरूरी है। 

चीन के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर हुई झड़प में 20 जवानों की शहादत ने हर किसी को झकझोर दिया है। लोग गुस्से में हैं। चीन के खिलाफ लोगों का आक्रोश अलग-अलग तरीके से बाहर निकल रहा है। सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन कर चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूंका। क्षत्रिय महासभा ने विरोध प्रदर्शन कर चीन में निर्मित सामान का बहिष्कार करने का संकल्प लिया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विश्वनाथ नारायण सिंह, रघुनाथ सिंह, आलोक सिंह विशेन, ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे। अपना समाज पार्टी ने पैडलेगंज चौराहे पर दीप जलाकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। पार्टी के युवा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सुधांशु गुप्ता ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि चाइनीज सामान का बहिष्कार करें।

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