गोरखपुर शहर में नालों पर अतिक्रमण देख चौंके नगर आयुक्त Gorakhpur News
साहबगंज से पैडलेगंज जाने वाले नाले पर जगह-जगह अतिक्रमण के कारण सफाई में दिक्कत होने की जानकारी ली। मानसूनी बारिश शुरू होने से पहले नालों का निरीक्षण करने निकले नगर आयुक्त आशीष कुमार अतिक्रमण देख हैरान रह गए।
गोरखपुर, जेएनएन। मानसूनी बारिश शुरू होने से पहले नालों का निरीक्षण करने निकले नगर आयुक्त आशीष कुमार अतिक्रमण देख हैरान रह गए। साहबगंज से पैडलेगंज जाने वाले नाले पर जगह-जगह अतिक्रमण के कारण सफाई में दिक्कत होने की जानकारी ली। नगर आयुक्त ने शास्त्री चौक से टाउनहाल तक नाले की अपने सामने सफाई कराई।
अतिक्रमण के कारण सफाई में दिक्कत
साहबगंज से निकला नाला रेती चौक, छोटे काजीपुर, अलहदादपुर, बेतियाहाता, कैंट थाना, दाउदपुर होते हुए पैडलेगंज जाता है। यहां पंप से नाले का पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को भेज दिया जाता है। प्लांट में पानी शुद्ध होने के बाद इसे रामगढ़ताल में डाला जाता है। नाले पर कई जगह अतिक्रमण मिलने के कारण सफाई में दिक्कत होती है। नगर आयुक्त ने दाउदपुर में नाले की सफाई तेजी से कराने को कहा। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मुकेश रस्तोगी ने बताया कि नाले की सफाई का काम तेजी से कराया जा रहा है।इस दौरान महेश चंद्र यादव, विन्ध्याचल, राजू गौड़ आदि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री के रूट पर हुई सफाई
शनिवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, रामगढ़ताल स्थित नवनिर्मित प्रेक्षागृह आदि स्थानों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रमों को देखते हुए नगर निगम ने सफाई अभियान चलाया। सफाई कार्य का नगर आयुक्त और नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने निरीक्षण भी किया।
रेग्युलेटरों की भी देखी स्थिति
नगर आयुक्त ने मुख्य अभियंता सुरेश चंद्र के साथ शहर के किनारे बांधों पर बनाए गए रेग्युलेटरों व पंपों का निरीक्षण किया। उन्होंने इलेक्ट्रिक और डीजल से चलने वाले पंपों की जानकारी ली। पंपों को ठीक कराने के निर्देश दिए।
तोड़ा गया अतिक्रमण
नगर निगम के प्रवर्तन बल ने सिंघडिय़ा के आदर्श नगर में नाले पर हुए निर्माण को ध्वस्त करा दिया। सिंघडिय़ा निवासी हिमांशु मिश्र ने नगर निगम के साथ ही जनसुनवाई पोर्टल पर इसकी शिकायत की थी।
प्रवर्तन बल के प्रभारी कर्नल सीपी सिंह ने बताया कि नाले पर पक्का निर्माण होने के कारण पानी निकलना बंद हो गया था। दोबारा अतिक्रमण होने पर एफआइआर की चेतावनी दी गई है। पालीथिन के खिलाफ अभियान में चार दुकानदारों से पांच हजार रुपये जुर्माना जमा कराया गया।