पंक्चर व कबाड़ी की दुकानों पर मिले डेंगू के सबसे अधिक लार्वा

गोरखपुर में 411 दुकानों व घरों तथा 6895 कंटेनरों की जांच की गई। 79 से अधिक घरों व दुकानों तथा 1028 कंटेनरों में डेंगू के लार्वा मिले हैं। 80 फीसद लार्वा पंक्चर बनाने व कबाड़ी की दुकानों पर रखे खराब टायर टूटे-फूटे बर्तनों व कंटेनर में जमा पानी में थे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 03:02 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 03:02 PM (IST)
पंक्चर व कबाड़ी की दुकानों पर मिले डेंगू के सबसे अधिक लार्वा
कोरोना के बाद गोरखपुर में अब डेंगू पैर पसार रहा है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। शहर में डेंगू के दो मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने रोकथाम की तैयारियां तेज कर दी है। शहर को छह भागों में बांटकर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। 411 दुकानों व घरों तथा 6895 कंटेनरों की जांच की गई। 79 से अधिक घरों व दुकानों तथा 1028 कंटेनरों में डेंगू के लार्वा मिले हैं। सबसे ज्यादा लगभग 80 फीसद लार्वा पंक्चर बनाने व कबाड़ी की दुकानों पर रखे खराब टायर, टूटे-फूटे बर्तनों व कंटेनर में जमा पानी में थे। जिला मलेरिया अधिकारी डा. अंगद स‍िंह ने बताया कि सर्वाधिक संवेदनशील क्षेत्र यही है। इन पर विशेष नजर रखी जा रही है। जमा पानी को साफ करा दिया गया है। साथ ही 26 लोगों को नोटिस दिया गया है। उन्हें बताया गया है कि एक सप्ताह बाद पुन: जांच की जाएगी। फिर पानी जमा मिला तो अर्थदंड भी लगाया जाएगा।

प्रयागराज व लखनऊ से आए दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया है। इसे लेकर जांच व एंटी लार्वल का छिड़काव किया जा रहा है। मेडिकल कालेज में पांच मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है लेकिन राहत की बात यह है कि सभी मरीज दूसरे जिलों के हैं। पिछले गुरुवार को राप्तीनगर के दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इसकी सूचना मिलते ही मलेरिया विभाग तत्काल सक्रिय हो गया। घरों के आसपास जमा पानी में एंटी लार्वल का छिड़काव व लोगों को बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं। साथ ही लोगों को साफ-सफाई व पानी जमा न होने देने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

कैसे करें बचाव

घरों में या आसपास साफ पानी जमा न होने दें

फुल पैंट-शर्ट पहनें।

मच्‍छरदानी का प्रयोग करें।

लक्षण दिखने पर तत्काल डाक्टर को दिखाएं।

डेंगू के लक्षण

त्वचा पर चकत्ते, तेज सिर दर्द, पीठ दर्द, आंखों में दर्द, तेज बुखार, मसूढ़ों से खून बहना, नाक से खून बहना, जोड़ों में दर्द, उल्टी, डायरिया।

24 घंटे में मिला एक संक्रमित

कोरोना के मामले काफी कम हो गए हैं। 24 घंटे में लगभग चार हजार नमूनों की जांच में मात्र एक में संक्रमण की पुष्टि हुई। 30 अगस्त के बाद से ही कोई मौत नहीं हुई है। इससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि जिले में अब तक 59406 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 58545 लोगों ने कोरोना को मात दे दी है। 849 की मौत हो चुकी है। छह सक्रिय मरीज हैं। उन्होंने बचाव की अपील की है।

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