निरीक्षण के बाद बोले प्रमुख सचिव-शिकायतों को गंभीरता से लें, दुरुस्त रखें अस्पताल

गोरखपुर में प्रमुख सचिव ऊर्जा ने गीडा में उद्यमियों के साथ बैठक की। उन्होंने अस्पतालों का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों को भी चेताया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jun 2019 02:30 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jun 2019 02:30 PM (IST)
निरीक्षण के बाद बोले प्रमुख सचिव-शिकायतों को गंभीरता से लें, दुरुस्त रखें अस्पताल
निरीक्षण के बाद बोले प्रमुख सचिव-शिकायतों को गंभीरता से लें, दुरुस्त रखें अस्पताल

गोरखपुर, जेएनएन : प्रमुख सचिव ऊर्जा और जनपद के नोडल अधिकारी आलोक कुमार ने जनपद में औद्योगिक विकास के लिए उपलब्ध इंतजामों की पड़ताल करने के साथ स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक तंत्रों की कार्यप्रणाली का भी जायजा लिया। गीडा कार्यालय, सीएचसी पिपरौली और सदर तहसील में समाधान दिवस का निरीक्षण करते हुए फरियादियों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उसके त्वरित निस्तारण का आदेश दिया। नोडल अधिकारी ने गीडा में सीटीपी लगवाने का आश्वासन देने के साथ ही बिजली बिल के चलते आ रही समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया।

उद्यमियों के साथ की बैठक

प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने गीडा सभागार में उद्यमियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनीं। बैठक में उद्यमियों ने प्रदूषण नियंत्रण विभाग पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए बिजली विभाग पर मनमाने ढंग से बिल भेजने की शिकायत की। उनका कहना था कि विभाग खुद तो बिलिंग कराता नहीं है, इसके बाद मनमाना बिल भेज देता है। उद्यमियों ने औद्योगिक विकास के लिए जमीन उपलब्ध कराने की भी मांग की। चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विष्णु अजित सरिया ने उद्यमियों की तरफ से पांच सूत्रीय ज्ञापन भी सौंपा। उद्यमियों ने कहा कि कम पानी निष्कासित करने वाले उद्योगों को भी प्रदूषण विभाग नोटिस भेजकर जुर्माना वसूलता है। एनजीटी ने नदी-नाले में फैक्ट्री का पानी गिराने पर रोक लगा रखी है और यहां प्रदूषित पानी के समाधान की कोई व्यवस्था नहीं है। उद्यमियों की समस्याओं को सुनने के बाद नोडल अधिकारी आलोक कुमार व सीईओ गीडा ने जल्द ही अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू किए जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि गीडा की तरफ से आवंटित भूखंड पर उद्योग व भवन समय से निर्मित कर लिए जाएं। आवंटित भूखण्ड खाली नहीं रहने चाहिए। प्रमुख सचिव ने कहा कि औद्योगिक विकास योजना के तहत गीडा में सीईटीपी का प्रस्ताव बनाकर भेजा जा रहा है और जल्द ही समस्या का निस्तारण हो जाएगा। बैठक में चैम्बर आफ इंड्रस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल, ज्योति प्रकाश मस्करा, आरएन सिंह, मो. आजम, आकाश जालान, नवीन अग्रवाल, फैजान अहमद, अशोक कुमार सिंह, एके सिंह आदि उपस्थित रहे।

प्रमुख सचिव ने किया स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण

प्रमुख सचिव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपरौली का भी निरीक्षण किया। तीमारदारों की शिकायत पर उन्होंने पेयजल व अन्य व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए। नोडल अधिकारी ने मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं के साथ चिकित्सकों और उपलब्ध संसाधनों की पड़ताल की। स्टोर में दवाओं के भंडारण के साथ-साथ उसके वितरण का भी जायजा लिया। चिकित्सकों को बाहर की दवा न लिखने के साथ अस्पताल से ही दवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई भी चिकित्सालय चिकित्साविहीन नहीं होना चाहिए। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों की तैनाती अवश्य करें। मरीज विमला देवी व गोलू से बातकर प्रमुख सचिव ने इंतजामों के बारे में जानकारी ली। पेयजल की व्यवस्था ठीक न मिलने पर नाराजगी जताते हुए इसे ठीक कराने के निर्देश दिए।

समाधान दिवस में भी लिया हिस्सा

प्रमुख सचिव ऊर्जा ने सदर तहसील में भी समाधान दिवस का निरीक्षण किया। शिकायतों की प्रकृति देखने के साथ यहां आने वाली शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश दिए। नोडल अधिकारी ने कहा जो शिकायतकर्ता यहां से जाएं उसे दोबारा न आना पड़े ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। आइजीआरएस पर आने वाली शिकायतों का निस्तारण करने के बाद इसे अपडेट किया जाए। इस दौरान उन्होंने तहसील परिसर में पौधरोपण भी किया। प्रमुख सचिव के निरीक्षण में जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. सुनील गुप्ता, मुख्य विकास अधिकारी अनुज सिंह, सीईओ राजीव रंजन, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सहजनवां सरनीत कौर ब्रोका, सीएमओ श्रीकान्त तिवारी आदि मौजूद रहे।

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