अपहरण के आरोपी देवरिया के फरार जिला पंचायत अध्यक्ष गिरफ्तार

चर्चित दीपक मणि अपहरण काड के मुख्य आरोपित हैं जिला पंचायत अध्यक्ष, मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही थे फरार, पुलिस ने महराजगंज से दबोचा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 May 2018 01:08 PM (IST) Updated:Sun, 27 May 2018 07:26 PM (IST)
अपहरण के आरोपी देवरिया के फरार जिला पंचायत अध्यक्ष गिरफ्तार
अपहरण के आरोपी देवरिया के फरार जिला पंचायत अध्यक्ष गिरफ्तार

देवरिया : दस करोड़ की जमीन के बैनामा के लिए दीपक मणि के अपहरण काड के मुख्य आरोपित जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव को महाराजगंज के ठूठीबारी से देवरिया की स्वाट टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष पर आइजी द्वारा पचास हजार रुपये के घोषित इनाम की राशि एसपी ने स्वाट टीम को देने की घोषणा की है।

रविवार को पुलिस लाइन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय ने बताया कि 20 मार्च को देवरिया खास निवासी दीपक मणि का अपहरण कर 17 अप्रैल को उसकी दस करोड़ की जमीन को बैनामा करा लिया गया। इस घटना का दो मई को खुलासा कर दिया गया, लेकिन तभी से मुख्य आरोपित जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव फरार चल रहा था। इससे पड़ोसी देश नेपाल के देउरवा स्थित एक रिश्तेदार के यहा पनाह ली थी, दो देशों का मामला होने के चलते पुलिस जानने के बाद भी उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी, शनिवार को वह नेपाल से महाराजगंज के ठूंठीबार पहुंचा और उसे बस से लखनऊ जाना था लेकिन पहले से पीछे लगी स्वाट टीम ने उसे दबोच लिया। इसके पास दो मोबाइल, तीन सिम कार्ड भी बरामद किए हुआ है। मुख्य आरोपित के ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था, जिसको स्वाट टीम को अब दिया जाएगा।

यह है पूरा मामला : देवरिया खास निवासी दीपक मणि का दस करोड़ की जमीन बैनामा कराने के लिए बीस मार्च को सलेमपुर से अपहरण कर लिया गया और विभिन्न जगहों पर उसे रखा गया। साथ ही दस करोड़ की जमीन का पाच नामों से 17 अप्रैल को बैनामा करा लिया गया। इसकी भनक जब दीपक की बहन को लगी तो उसने एसपी के पास पहुंचकर शिकायत दर्ज कराया। एसपी ने इसकी जाच की और दो मई को दीपक मणि को सपा के पूर्व सासद रमाशकर विद्यार्थी के कटरा से मुक्त करा लिया। साथ ही चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

इस टीम को मिली सफलता : इस चर्चित अपहरण काड के मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी में प्रभारी निरीक्षक कोतवाल प्रभातेश श्रीवास्तव, स्वाट टीम प्रभारी अनिल यादव, घनश्याम सिंह, राहुल सिंह, विमलेश सिंह, सुधीर मिश्र, प्रद्युम्न जायसवाल, अरुण खरवार, धनंजय श्रीवास्तव, मेराज खान, प्रशांत शर्मा, मनोज कुमार यादव, उमेश सैनी, विजय प्रताप, अजीत यादव शामिल रहे।

पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं ये लोग : उप निबंधक अधिकारी फूलचंद्र यादव निवासी अब्दोपुर थाना चिरैयाकोट जनपद मऊ, लिपिक रामशरण सिंह अंसारी रोड, थाना कोतवाली, शोभनाथ राव निवासी राघव नगर चंदेल भवन, थाना कोतवाली, कार्यालय के कम्प्यूटर आपरेटर शोएब चिश्ती निवासी करैली थाना करैली, इलाहाबाद, लेखक कौशल किशोर निवासी रामगुलाम टोला, थाना कोतवाली देवरिया व विनोद तिवारी निवासी विशुनपुर, थाना भटनी, मुन्ना चौहान पुत्र राजेश चौहान निवासी मझगावा सदर कोतवाली, अमित यादव पुत्र जगत नारायण यादव निवासी अमेठी थाना कोतवाली, ब्रह्मानंद चौहान निवासी खोराराम थाना कोतवाली देवरिया, धमर्ेंद्र गोड़ निवासी रजला टोला थाना कोतवाली इस मामले में पहले जेल जा चुके हैं।

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