हाल यही रहा तो दूसरी लहर की तहर फिर अनियंत्रतित होगा कोरोना, बाहरी राज्यों से फिर आने लगे संक्रमित

दूसरी लहर प्रवासियों के आगमन से कोरोना को फिर बल मिलने लगा है। हाल के दिनों में जिन लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई उनमें से लगभग 50 फीसद दिल्ली महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश से लौटे लोग हैं। इसे लेकर रेलवे स्टेशन पर सतर्कता और बढ़ा दी गई है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 12 Jul 2021 08:50 AM (IST) Updated:Mon, 12 Jul 2021 08:37 PM (IST)
हाल यही रहा तो दूसरी लहर की तहर फिर अनियंत्रतित होगा कोरोना, बाहरी राज्यों से फिर आने लगे संक्रमित
गोरखपुर में फिर दिल्ली व मुुंबई से कोरोना संक्रमित आने लगे हैं। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Corona Patients in Gorakhpur: कोरोना की दूसरी लहर का संक्रमण अवसान की ओर था। जून से ही मौतों पर विराम लग गया था। संक्रमितों की संख्या की घटने लगी थी। इसी बीच प्रवासियों के आगमन से कोरोना को फिर बल मिलने लगा है। हाल के दिनों में जिन लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई, उनमें से लगभग 50 फीसद दिल्ली, महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश से लौटे लोग हैं। इसे लेकर रेलवे स्टेशन पर सतर्कता और बढ़ा दी गई है। बाहर से आने वाले कोरोना संक्रमितों पर नजर यदि नहीं रखी गई तो इस बार भी मई जून की तरह कोरोना संक्रमण के बेकाबू होने की आशंका है।

पाजिटिव लोगों में लगभग 50 फीसद प्रवासी

शनिवार को जिन चार लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई, उनमें दो प्रवासी हैं। एक युवक महाराष्ट्र के पुणे व दूसरा मध्य प्रदेश से आया है। कुछ दिन पहले रेलवे स्टेशन पर चार पाजिटिव मिले थे। इनमें दो देवरिया, एक कुशीनगर व एक बिहार का युवक था। एक दिल्ली व तीन मुंबई से आ रहे थे। छह जुलाई को सात संक्रमित मिले, सभी की ट्रैवेल हिस्ट्री थी। बीआरडी मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग के अध्यक्ष डा. अमरेश सिंह का कहना है कि इधर जो नमूने पाजिटिव आ रहे हैं, उनमें से लगभग 50 फीसद बाहर से आए लोगों के हैं।

पहले भी इसी तरह से बढ़ा था संक्रमण

15 मार्च को संक्रमितों की संख्या शून्य थी। इसके बाद होली व पंचायत चुनाव को लेकर बाहर से आने वालों की संख्या बढ़ी। इसके साथ ही संक्रमण भी बढ़ने लगा। दूसरी तरफ कोरोना से बचाव के नियमों के प्रति लोग लापरवाह रहे। बाजारों में भीड़ थी। न तो शारीरिक दूरी का पालन हो रहा था और न ही सभी लोग मास्क लगा रहे थे।

इसका नतीजा यह हुआ कि अप्रैल आते-आते संक्रमण चरम पर पहुंच गया और मई में नियंत्रण से बाहर हो गया। संक्रमितों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई थी कि बेड फुल हो गए। आक्सीजन की कमी सामने आ गई। रुपये खर्च करने को लोग तैयार थे, लेकिन उन्हें समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा था। अनेक लोगों ने दम तोड़ दिया। वह स्थिति पुन: न लौटे, इसके लिए हमें अभी से सतर्क हो जाने की जरूरत है।

सीएमओ ने सभी को किया सावधान

सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने कहा कि प्रवासी जिले में आने लगे हैं और संक्रमण भी बढ़ रहा है। लेकिन कुछ प्रवासी जो दिल्ली, मुंबई या गुजरात रहते हैं। वहां उन्होंने जांच कराई। आधार कार्ड यहां का दे दिया। इसलिए वे मामले गोरखपुर में जुड़ गए हैं। रविवार को एक आजमगढ़ का व्यक्ति पाजिटिव आया। उसके पास आधार कार्ड गोरखपुर का है। उसने आजमगढ़ में जांच कराई। लेकिन केस गोरखपुर में जुड़ गया है। फिर भी रेलवे स्टेशन पर सघन जांच का निर्देश दिया गया है। पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

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