छोटी सड़कों के शिलान्यास व लोकार्पण से सीएम योगी ने दिया बड़ा संदेश, दिखा चुनावी का एजेंडा

आमतौर पर बड़ी-बड़ी परियोजनाओं के लिए बड़े मंच सजते देखे गए हैं। पहली बार छोटी-छोटी परियोजनाओं के लिए बड़ा मंच सजाकर मुख्यमंत्री ने जन-जन तक पहुंचने की कोशिश तो कि ही उन जनप्रतिनिधियों की बड़े बोल पर विराम लगाने का काम किया।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sat, 10 Oct 2020 08:30 AM (IST) Updated:Sat, 10 Oct 2020 08:30 AM (IST)
छोटी सड़कों के शिलान्यास व लोकार्पण से सीएम योगी ने दिया बड़ा संदेश, दिखा चुनावी का एजेंडा
मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍य नाथ की फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। बड़े मंच से गोरखपुर की छोटी-छोटी सड़कों का शिलान्यास और लोकार्पण कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के राजनीतिक हलके में बड़ा संदेश दिया है। अगर यह कहा जाए कि गुरुवार को हुए आयोजन से योगी ने आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का एजेंडा साफ कर दिया है तो गलत नहीं होगा। इस आयोजन से यह तय हो गया कि चुनाव को ध्यान में रखकर भाजपा ने विकास और भ्रष्टाचार के मुद्दे के साथ जनता के दिल में जगह बनाने की शुरूआत कर दी है। निश्चित रूप से यह छोटे कार्याें का बड़ा आयोजन चुनावी सक्रियता बढ़ाने में निर्णायक साबित होगा। छोटी-छोटी सड़कों से राजनीतिक सफर की रफ्तार तेज होगी।

आमतौर पर बड़ी-बड़ी परियोजनाओं के लिए बड़े मंच सजते देखे गए हैं। पहली बार छोटी-छोटी परियोजनाओं के लिए बड़ा मंच सजाकर मुख्यमंत्री ने जन-जन तक पहुंचने की कोशिश तो कि ही उन जनप्रतिनिधियों की बड़े बोल पर विराम लगाने का काम किया, जो पार्टी के बैनर तले विकास के नाम पर अपनी राजनीतिक जमीन तैयार करने में जुटे रहते हैं। उम्मीद की जा रही है, पिछले दिनों विकास कार्य की क्रेडिट बटोरने वाले जनप्रतिनिधियों में होड़ का सिलसिला थमेगा। बीते दिनों एक सहायक अभियंता को लेकर छिड़ी राजनीतिक जंग की सीधे तौर पर चर्चा न करते हुए मुख्यमंत्री ने उन नेताओं को कड़ी चेतावनी दी, जिनके कृत्य से जनता के बीच पार्टी की छवि हुई। ऐसा करके मुख्यमंत्री ने विपक्ष की तरकस के उन तीरों को भी निष्क्रिय कर दिया, जिसे चलाकर वह आगामी चुनाव में भाजपा से जंग लेने की तैयारी करने लगे थे।

भ्रष्टाचार पर और साफ हुआ भाजपा का रुख

विकास के नाम पर कथित भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने उनपर कार्रवाई की बात कर यह साफ कर दिया कि ऐसे लोग न तो पार्टी के हितैषी हैं और न जनता के। मुख्यमंत्री का यह बयान आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जनता के बीच सरकार और पार्टी दोनों की छवि को बनाए रखने में कारगर साबित होगा, ऐसा भरोसे की चर्चा राजनीति हलके में है।

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