वाई-फाई से लैस होंगे जनपद के सभी विद्यालय

कुशीनगर के बुद्ध इंटर कालेज में शिक्षा विभाग की बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रधानाचार्यो को सौ दिन की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए तथा कहा कि कार्ययोजना के अनुसार शैक्षिक कैलेंडर बनाए जाएंगे इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कार्रवाई भी होगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 May 2022 11:11 PM (IST) Updated:Thu, 26 May 2022 11:11 PM (IST)
वाई-फाई से लैस होंगे जनपद के सभी विद्यालय
वाई-फाई से लैस होंगे जनपद के सभी विद्यालय

कुशीनगर: बुद्ध इंटर कालेज में गुरुवार को जिला विद्यालय निरीक्षक (जिविनि) मनमोहन शर्मा की अध्यक्षता में जनपद के सहायता प्राप्त व वित्त विहीन विद्यालयों के प्रधानाचार्यो की बैठक हुई। जिसमें शासन के निर्देशानुसार सौ दिन की कार्य योजना बनाने को कहा गया। जिविनि ने कहा कि सभी प्रधानाचार्य निर्धारित नौ कार्य पूर्ण कर लें ताकि विद्यालय में पारदर्शिता बनी रहे और पठन-पाठन सुचारु रूप से हो सके। सभी विद्यालय वाई-फाई की सुविधा से लैस होंगे।

कहा कि इस कार्य के लिए अभी 28 दिन शेष हैं। इसमें लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। इन कार्यों में विद्यालयों में वाई-फाई सुविधा, विद्यालय की वेबसाइट, सभी शिक्षकों व विद्यार्थियों की ई-मेल आइडी, बायोमीट्रिक उपस्थिति की स्थिति, वेब पेज पर विद्यालय की फोटो अपलोड करना, विद्यालय के रिका‌र्ड्स का रख-रखाव, समय-सारिणी का निर्माण व वार्षिक कैलेंडर के अनुसार कार्य योजना शामिल है। जिविनि ने प्रायोगिक परीक्षा व मूल्यांकन को सकुशल कराने के लिए प्रधानाचार्यों को साधुवाद दिया। स्वागत सीबी सिंह व अश्विनी पांडेय ने किया। संचालन डा. देवेंद्र मणि और आभार इम्तियाज अहमद खान ने किया। उमेश उपाध्याय, डा. नमिता सिंह, सत्यप्रकाश सिंह, डा. अमरजीत पांडेय, अरुण सिंह, नागेश्वर पति त्रिपाठी, चंद्रभूषण पाठक, उमाशंकर सिंह, गोविद मिश्र, रमेश सिंह, जगदंबा पांडेय, अरविद राव, राजेश राय, सुरेंद्र सिंह, डा. अक्षयबर पांडेय, हरिकेश सिंह आदि उपस्थित रहे।

माता-पिता ही बालक के प्रथम गुरु: हेमचंद

कसया नगर के महर्षि अरविद विद्या मंदिर विद्यालय में चल रहे नव चयनित आचार्य व स्थायित्व प्रशिक्षण वर्ग के छठें दिन गुरुवार को क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद ने बालकों के सर्वांगीण विकास विषय पर प्रकाश डाला। कहा कि शिशु का विकास गर्भावस्था से ही प्रारंभ हो जाता है। माता-पिता ही बालक के प्रारंभिक शिक्षक होते हैं। उनके द्वारा ही उसे समाज का रास्ता दिखाया जाता है। परिवार के सदस्यों से ही उसे संस्कार मिलता है।

उन्होंने समावेशी शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि इससे बच्चों में समानता का भाव पैदा होता है। प्रदेश निरीक्षक जियालाल व संभाग निरीक्षक रामनरेश ने भी विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता जिला संचालक डा. चंद्रशेखर सिंह ने व आभार ज्ञापन प्रधानाचार्य गोविद चतुर्वेदी ने किया। संचालन अजय यादव ने किया। प्रद्युम्न मिश्र, रणजीत उपाध्याय, संजय पांडेय, कन्हैया लाल श्रीवास्तव, उमेश गुप्त आदि उपस्थित रहे।

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