गर्भवती महिलाओं को प्रभारी मंत्री ने दिया पोषाहार

गाजीपुर राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त व जिले के प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल दो दिवसीय दौरे पर जिले में पहुंचे हैं। मंगलवार को उन्होंने मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित गोद भराई कार्यक्रम में हिस्सा लिया

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Sep 2019 10:31 PM (IST) Updated:Tue, 17 Sep 2019 10:31 PM (IST)
गर्भवती महिलाओं को प्रभारी मंत्री ने दिया पोषाहार
गर्भवती महिलाओं को प्रभारी मंत्री ने दिया पोषाहार

जासं, गाजीपुर : राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त व जिले के प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल दो दिवसीय दौरे पर जिले में पहुंचे हैं। मंगलवार को उन्होंने मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित गोद भराई कार्यक्रम में हिस्सा लिया और धात्री महिलाओं में पोषाहार वितरित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर बंधवा दलित बस्ती में पहुंच कर साफ-सफाई कार्यक्रम में भाग लिया।

जिला चिकित्सालय पहुंच कर वार्ड तथा पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया। वार्ड में भर्ती मरीजों एवं एनआरसी में फल एवं पोषाहार वितरण करते हुए बच्चों को दिये जाने वाले पोषक आहार की जानकारी ली। इसके बाद सदर विकास खंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मीरनपुर शक्का पहुंचे और माडल आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित गोद भराई, अन्नप्राशन एवं सामूहिक भोज कार्यक्रम का उद्धघाटन किया। जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडेय ने विभागीय योजनाओं के बारे अवगत कराया। विद्यालय पर ही सामूहिक भोज कार्यक्रम में बच्चों को स्वयं अपने हाथों से भोजन कराया। मौके पर विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल, विधायक सदर डा. संगीता बलवंत, मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जीसी मौर्य, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला दिव्यांग अधिकारी नरेंद्र विश्वकर्मा, जिलाध्यक्ष भाजपा भानू प्रताप सिंह, अर्थ एवं संख्याधिकारी राजेश चौहान, जिला विकास अधिकारी, डीसी मनरेगा व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

बेहतर हुईं हैं स्वास्थ्य सेवाएं

: जिला चिकित्सालय में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए प्रभारी मंत्री ने बताया कि 2017 में जब भाजपा की सरकार बनी तब प्रदेश में केवल 1800 ही चिकित्सक थे। चिकित्सकों की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों की आयु में बदलाव करते हुए 60 से 62 वर्ष किया एवं कुछ चिकित्सकों को लोक सेवा आयोग के माध्यम से भर्ती करते हुए संख्या 7500 के ऊपर पहुंचायी। प्रदेश में आजादी के बाद से 2017तक केवल 12 मेडिकल कालेज थे। अब 13 नए खोले जा रहे हैं। एक हजार एमबीबीएस की सीटें बढ़ाई गईं।

chat bot
आपका साथी