विकास के नाम पर लाखों का खेल, सिस्टम हुआ फेल

जासं गाजीपुर गांव में विकास के नाम पर हुए लाखों रुपये के खेल ने जिला प्रशासन व संबंधित विभाग के सिस्टम को ही फेल कर दिया है। स्थिति यह है कि पुराने शौचालय का निर्माण दिखाकर धनराशि उतार ली गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 05:46 PM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 05:46 PM (IST)
विकास के नाम पर लाखों का खेल, सिस्टम हुआ फेल
विकास के नाम पर लाखों का खेल, सिस्टम हुआ फेल

जासं, गाजीपुर : गांव में विकास के नाम पर हुए लाखों रुपये के खेल ने जिला प्रशासन व संबंधित विभाग के सिस्टम को ही फेल कर दिया है। स्थिति यह है कि पुराने शौचालय का निर्माण दिखाकर धनराशि उतार ली गई। वहीं इंटलाकिग से लेकर नाली निर्माण तक जमकर गड़बड़-झाला किया गया है। शिकायतकर्ता अवधेश यादव ने डीएम को शपथ-पत्र सौंपकर मनिहारी ब्लाक के धावां मुतलिके मोहब्बतपुर गांव में हुए कार्यों के जांच की मांग की है। इसके अलावा कई ऐसे गांव है जहां शौचालय निर्माण से लेकर विकास कार्य के नाम पर मिली भगत करके लाखों रुपये डकार लिए गए है। जबकि जांच के नाम उन गांवों की फाइल ठंडे बस्ते में बंद पड़ी हुई है।

गांव निवासी अवधेश यादव ने शपथ-पत्र देकर आरोप लगाया कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में शौचालय मरम्मत के नाम पर एक लाख 67 हजार 800 रुपये उतार लिए गए। यही नहीं वित्तीय वर्ष 2017-18 में भी इसी कार्य के लिए पुन: एक लाख 99 हजार 650 रुपये उतारे गए। जबकि इन पैसों से नया शौचालय बन सकता था। इसके अलावा स्टेशनरी व प्रशासनिक कार्य के नाम 24 हजार 615 रुपये उतारे गए। इसके अलावा रामसूरत के घर से रामनाथ के घर तक मिट्टी खड़ंजा के नाम पर 93 हजार 800 बिना कार्य के ही उतार लिए गए। सबसे बड़ी बात तो यह है वित्तीय वर्ष 2017-18 में मंती, छोटू व वित्तीय वर्ष 2018-19 में कन्हैया, रामकिशुन के पुराने शौचालय को निर्माण दिखा पैसा उतार लिया गया है। जबकि इन लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी। इसी तरह इंटरलाकिग व नाली-ढक्कन निर्माण कागजों में दिखाकर ही धनराशि उतार ली गई। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए संबंधित विभाग को निर्देश जारी कर दिया।

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