गंगा किनारे मिलीं कौशल विकास के काम आने वाली किताबें

मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) कौशल विकास प्रशिक्षण के नाम पर किस तरह की अंधेर गर्दी मची है शायद उसको बताने के लिए काफी होगी इलाके के बच्छलपुर-रामपुर पीपा पुल के बच्छलपुर तट की ओर फेकी गईं ये किताबें।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Jun 2019 06:31 PM (IST) Updated:Thu, 27 Jun 2019 06:27 AM (IST)
गंगा किनारे मिलीं कौशल विकास के काम आने वाली किताबें
गंगा किनारे मिलीं कौशल विकास के काम आने वाली किताबें

जासं, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : कौशल विकास प्रशिक्षण के नाम पर किस तरह की अंधेरगर्दी मची है शायद उसको बताने के लिए काफी होगी इलाके के बच्छलपुर-रामपुर पीपा पुल के बच्छलपुर तट की ओर फेंकी गईं ये किताबें। केंद्र सरकार की ओर से युवाओं को रोजगार परक शिक्षा देने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसको लेकर लोगों में चर्चा है कि इस योजना से जुड़े कार्यों की जांच व्यापक स्तर पर कराई जाए तो हो सकता है प्रशिक्षण के सच्चाई का खुलासा हो सके।

इसके तहत शासन की ओर से जगह-जगह कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र खोलवाया गया है। इस केंद्र के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ उन्हें संबंधित विषय की किताबें भी नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाना है। प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद प्रशिक्षित युवकों को प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है। जिसके माध्यम से वह किसी संस्थान में नौकरी पा सकते हैं। इस महत्वपूर्ण योजना के तहत प्रशिक्षण पाने वाले युवकों को मिलने वाली किताबें मंगलवार की शाम को बोरी में व बाहर सैकड़ों की तादात में गंगा किनारे पड़ी मिलीं। इनके मिलने से यह तो तय है कि इतनी भारी मात्रा में किताबें किसी न किसी प्रशिक्षण संस्थान से जुड़े संचालकों की ही करतूत हो सकती है। जो कागज में प्रशिक्षण का कार्य पूरा कर युवाओं को पुस्तक उपलब्ध कराए नहीं और केवल प्रमाणपत्र का ही वितरण कर दिए हों। लोगों का कहना है कि जांच कर जिम्मेदारों के प्रति कार्रवाई होनी चाहिए।

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