किसानों ने यूपीएसआइडीसी कार्यालय का किया घेराव

मुआवजे की मांग पूरी न होने से गुस्साए मीरपुर हिन्दू गांव के किसानों ने बृहस्पतिवार को यूपीएसआइडीसी का कार्य बाधित कर दिया। किसानों ने कार्यालय की सीढि़यों पर बैठकर अधिकारियों की बैठक नहीं होने दी। किसानों ने अनिश्चित काल तक कार्य बंद करवाने की चेतावनी दी। बाद में अधिकारियों के समझाने पर किसान आठ दिन में मांग पूरी करने और न होने पर दोबारा काम बंद करवाने की चेतावनी देकर लौट गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Apr 2019 06:21 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 06:17 AM (IST)
किसानों ने यूपीएसआइडीसी कार्यालय का किया घेराव
किसानों ने यूपीएसआइडीसी कार्यालय का किया घेराव

संवाद सहयोगी, लोनी : मुआवजे की मांग पूरी न होने से गुस्साए मीरपुर हिन्दू गांव के किसानों ने बृहस्पतिवार को यूपीएसआइडीसी का कार्य बाधित कर दिया। किसानों ने कार्यालय की सीढि़यों पर बैठकर अधिकारियों की बैठक नहीं होने दी। किसानों ने अनिश्चितकाल तक काम बंद करवाने की चेतावनी दी। बाद में अधिकारियों के समझाने पर किसान आठ दिन में मांग पूरी करने और न होने पर दोबारा काम बंद करवाने की चेतावनी देकर लौट गए।

बता दें कि यूपीएसआइडीसी ने योजना स्थापित करने के लिए मीरपुर हिन्दू गांव की भूमि का अधिग्रहण किया था। गांव के किसानों ने मुआवजा नहीं उठाया था। मुआवजे की मांग को लेकर गांव के किसान 155 दिन से यूपीएसआइडीसी कार्यालय परिसर में धरने पर बैठे हैं। बृहस्पतिवार को यूपीएसआइडीसी अधिकारियों की एक बैठक कार्यालय में होनी थी। जानकारी मिलने पर किसान कार्यालय की सीढि़यों पर बैठ गए। किसानों ने आफिस में बैठे अधिकारियों को नीचे नहीं आने दिया। न ही बाहर बैठे अधिकारी कार्यालय में जा सके। किसानों के प्रदर्शन के कारण वहां प्रस्तावित बैठक नहीं हो सकी। इस दौरान राजवीर त्यागी, महेश त्यागी, मुकेश त्यागी, शीशपाल प्रधान, लीलू त्यागी, चेतन त्यागी, रविदत्त त्यागी, चेतन त्यागी, भूलन त्यागी, गोपी त्यागी किसान मौजूद रहे। शाम पांच बजे तक चला प्रदर्शन

सुबह ग्यारह बजे शुरू हुआ प्रदर्शन शाम छह बजे तक जारी रहा। किसानों के बीच पहुंचे अधिकारियों ने जल्द समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया। जिस पर किसानों ने 26 अप्रैल तक समस्या का समाधान न होने पर दोबारा कार्य प्रभावित करने की चेतावनी दी।

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