निर्विरोध लोनी की ब्लाक प्रमुख बनीं सुनीता

जागरण संवाददाता, लोनी : लोनी ब्लाक के प्रमुख के निर्वाचन में फंसा पेंच शनिवार को निकल गया। इसमें अंत

By Edited By: Publish:Sat, 06 Feb 2016 08:30 PM (IST) Updated:Sat, 06 Feb 2016 08:30 PM (IST)
निर्विरोध लोनी की ब्लाक प्रमुख बनीं सुनीता

जागरण संवाददाता, लोनी : लोनी ब्लाक के प्रमुख के निर्वाचन में फंसा पेंच शनिवार को निकल गया। इसमें अंतिम क्षणों में विसनी देवी ने नाम वापस ले लिया। इस तरह से राजपुर की सुनीता निर्विरोध रूप से ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हो गईं। हालांकि पर्चा वापस लेने की प्रक्रिया में प्रशासन ने भी कुछ ढील अपनाई।

लोनी ब्लाक प्रमुख के चुनाव की प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू हुई। इस ब्लाक से 89 बीडीसी सदस्य हैं। यहां की सीट अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित थी। इसमें तैयारी यही थी कि राजपुर की सुनीता पत्नी अजय पाल के मुकाबले कोई भी मैदान में नहीं उतरेगा। इसके लिए एक सप्ताह पूर्व ही एक बाहुबलि नेता के घर बैठक भी हो चुकी थी। इसके बाद भी नामांकन प्रक्रिया वाले दिन दो अन्य बीडीसी सदस्यों ने नामांकन पत्र खरीद लिया। नामांकन पत्र खरीदे जाने से सुनीता पक्ष के लोगों में खलबली सी मच गई। अनौपचारिक रूप से सुनीता को कांग्रेस का समर्थन बताया जा रहा है। शुक्रवार को सुनीता व विसनी देवी ने ही पर्चा दाखिल किया, जबकि तीसरी प्रत्याशी बब्ली पत्नी भंवर ¨सह ने पर्चा दाखिल ही नहीं किया। शनिवार को पर्चा वापस लेने का दिन था। विसनी देवी ने अंतिम समय में ब्लाक कार्यालय पहुंच कर सहायक निर्वाचन अधिकारी एमपी ¨सह के समक्ष पहुंचकर अपना नामांकन वापस ले लिया। इस तरह से सुनीता प्रमुख पद पर निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दी गईं।

नाम वापस लेने में हुई 12 मिनट की देरी

चुनाव आयोग की तरफ से नाम वापस लेने का समय तीन बजे तक निर्धारित था, इसके बाद तीन से पांच बजे तक चुनाव के लिए चुनाव चिन्ह वितरित किया जाना था। विसनी देवी के नाम वापसी को लेकर चुनावी प्रक्रिया में नियुक्त अधिकारियों ने उनका 12 मिनट तक इंतजार किया। विसनी देवी ने 3:12 बजे नाम वापसी के पर्चे पर हस्ताक्षर किए।

पर्यवेक्षक भी पहुंचे लोनी

लोनी ब्लाक में चल रही ब्लाक प्रमुख के चुनाव की प्रक्रिया में पर्यवेक्षक बनाए गए विशेष सचिव नगर विकास अनिल कुमार ¨सह भी मौके पर पहुंचे। जैसे ही नाम वापसी हुई और सुनीता को निर्विरोध निर्वाचित होने की घोषणा हुई उसके तुरंत बाद वे चल दिए।

पूर्व सांसद ने दी बधाई

प्रमुख पद की चुनावी प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस नेता हरेंद्र कसाना भी मौके पर मौजूद थे। सुनीता के विजयी होते ही उन्होंने सहायक निर्वाचन अधिकारी को बधाई दी साथ ही पूर्व सांसद सुरेंद्र प्रकाश गोयल को फोन करके बधाई दी। साथ ही पूर्व सांसद की एआरओ से भी बात कराई। पूर्व सांसद ने इस जीत के लिए एआरओ को बधाई दी।

chat bot
आपका साथी