72 घंटे से बारिश जारी, 12 सौ बीघा फसल डूबी

जागरण टीम फतेहपुर लगातार हो रही बरसात से जन जीवन छिन्न-भिन्न हो गया है। तीन दिन (72

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 07:57 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 07:57 PM (IST)
72 घंटे से बारिश जारी, 12 सौ बीघा फसल डूबी
72 घंटे से बारिश जारी, 12 सौ बीघा फसल डूबी

जागरण टीम, फतेहपुर : लगातार हो रही बरसात से जन जीवन छिन्न-भिन्न हो गया है। तीन दिन (72 घंटे) से बारिश होने के चलते यातायात व्यवस्था भी बेपटरी हो गई है। वहीं, खेतों में खड़ी करीब 12 सौ बीघे में फसल डूब गई। सड़क से लेकर गलियों तक में बारिश का पानी भर गया है। गंगा और यमुना का जलस्तर भी धीमी गति से बढ़ रहा है। खतरे जैसे संभावना नहीं है। शुक्रवार की दोपहर बाद रारा गांव में विवेक त्रिवेदी का कच्चा घर बारिश के चलते गिर गया। इससे पत्नी और आठ दिन की बच्ची दब गई। गांव वालों ने मलबे से दोनों को निकाला और इलाज के लिए कानपुर ले गए हैं। गाजीपुर थानाक्षेत्र के सेवरामऊ गांव में अब तक 19 कच्चे मकान जमींदोज हो गए हैं। गनीमत यह है कि इन मकानों में ज्यादातर लोग रहते नहीं हैं। इसके बावजूद लोगों की गृहस्थी का सामान आदि दब गया। सुबह पहर से दोपहर तक आसमान साफ रहा इसके बाद कई चक्र में बरसात होने से सड़कों में फिर से जलभराव हो गया। सीओ आफिस रोड, बांदा-सागर मार्ग पहलवान की पुलिया, उत्तरी मुराइन टोला, सपा कार्यालय रोड आदि इलाकों में पानी भर गया।

गंगा और यमुना में जलस्तर बढ़ा

लगातार कई दिनों से बारिश होने के चलते गंगा और यमुना की जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। बीते दिनों की तुलना में दिनभर में दोनों प्रमुख नदियों में उफान बढ़ता रहा है। जिलाधिकारी कार्यालय में खुले बाढ़ नियंत्रण केंद्र में चार बजे तक गंगा का जलस्तर 99.910 और यमुना का जलस्तर 88.820 मीटर रहा है। दोनों नदियां खतरे के निशान से अभी खासी नीची बह रही हैं। राहत की बात यह है कि बाढ़ जैसे हालात नहीं बन रहे हैं।

बिंदकी में घरों में घुसा बारिश का पानी, नपा ने लगाया पंपिग सेट

शुक्रवार को रुक-रुक कर हुई बारिश से पूरा जन-जीवन प्रभावित रहा। वारसी नगर मुहल्ले में 30 घरों में बारिश का पानी घुस गया। ईओ निरूपमा प्रताप, कर निरीक्षक रवींद्र सोनकर व सफाई कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंची। ईओ के निर्देश पर सफाई विभाग ने यहां पर पंपिग सेट लगाकर बस्ती में घरों के अंदर भरा पानी निकाला। नगर के आंबेडकर चौराहे, सीएचसी के सामने, तहसील के सामने व गांधी चौराहे पर सड़क के गड्ढों में बारिश का पानी भर गया है। इससे कई बाइक सवार गिर कर घायल हो गए हैं। इस पर नगर पालिका ने ईंट डलवा कर इन गड्ढों को भर रही है। बारिश से मलवां ब्लाक के बड़ाहार गांव में शेखर का मकान गिर गया। वहीं दुर्गागंज में सूरज की कच्ची कोठरी ढह गई। खजुहा कस्बे में पीएचसी से पंथेश्वरी को जाने वाली सड़क टूटी होने के कारण दो स्थानों पर बड़े गड्ढों में पानी भरा है। इससे आवागमन में दिक्कत हो रही है।

खागा में मलबे में कपड़े और खाद्यान्न समेटते रहे पीड़ित परिवार

क्षेत्र में लगातार हो रही बरसात व तेज हवा की वजह से कई जगह कच्चे मकान गिर गए। प्रशासनिक अमला पीड़ित परिवारों को शासन से मिलने वाली आर्थिक मदद दिलाने में प्रयासरत है। राजस्व कर्मियों को एसडीएम ने हिदायत दी है कि पीड़ित परिवारों के बीच जाकर नुकसान की रिपोर्ट तैयार करें। कच्चे घरों के गिरने से पीड़ित परिवारों की जिदगी बेपटरी हो गई है। कई परिवार, पड़ोसियों के यहां आश्रय लिए हुए हैं, जबकि तमाम परिवार ऐसे हैं जो शेष बचे हिस्से पर ही पन्नी-तिरपाल डालकर गुजर-बसर कर रहे हैं। विजयीपुर ब्लाक के रामपुर गांव में गुलाब सिंह, हथगाम ब्लाक के छिवलहा गांव में रवि शर्मा व शशिकांत शर्मा, विजयीपुर ब्लाक के भउनापुर गांव में पितंबर निषाद का कच्चा मकान तेज बरसात व हवा की वजह से ढह गया। मलबे में दबकर फूलमती पत्नी पितंबर निषाद जख्मी हो गई थीं। ब्लाक क्षेत्र के महिमापुर मजरे सैदपुर भुरूही गांव में झल्लर सिंह का कच्चा मकान, शिवप्रसाद का डेरा मजरे रायपुर भसरौल गांव निवासिनी मेधिया पत्नी द्वारिका का कच्चा मकान तेज बरसात में ढह गया। तहसीलदार शशिभूषण मिश्र का कहना था सभी राजस्व कर्मियों को निर्देशित किया गया है। दैवीय आपदा से मिलने वाली आर्थिक मदद दिलाने में किसी प्रकार की कोताही बरतने पर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई तय होगी। ससुर खदेरी नदी में आई बाढ़ से डूबी फसलें

बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। ससुर खदेरी नदी की बाढ़ में प्याज, तिल, अरहर व ज्वार की फसलें डूब गईं। विनोद सिंह-सरौली, राजू-शाहीपुर, रामप्रकाश-दरियापुर आदि किसानों ने बताया कि ससुर खदेरी नदी में पानी बढ़ने से सैकड़ों बीघा फसल डूब गई है। यदि इसी प्रकार पानी बढ़ता रहा तो और भी खेत चपेट में आ जाएंगे। गांवों का संपर्क कटा

महावतपुर असहट तथा पिपरहा डेरा गांव को जोड़ने वाली सड़क तेज बरसात की वजह से आधे से अधिक कट गई। इधर से आवागमन करने वाले ग्रामीणों को रामपुर गांव होकर घूमकर निकलना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि तेज बरसात में मिट्टी कटान के साथ ही आधी सड़क बह गई। चार पहिया वाहन निकल पाना मुश्किल हो रहा है। विजयीपुर चौराहे पर बीच सड़क गिरी पेड़ की डाल

विजयीपुर कस्बा में शुक्रवार सुबह बीच सड़क डाल गिरने से भगदड़ मच गई। दुकानों के बाहर खड़े राहगीरों ने भागकर जान बचाई। विजयीपुर-नरैनी मार्ग पर राजू शर्मा, राजू सिंह, सुमेर सिंह, अभिषेक सिंह, सुशील कुमार आदि लोगों की दुकान के सामने पुराना आम का पेड़ सूखा खड़ा है। उसकी एक बड़ी डाल सड़क की ओर रही। बीते कई दिनों से हो रही बरसात व तेज हवा की वजह से डाल गिरने की आशंका जताई जा रही थी। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि आम के पेड़ तले ही प्राइवेट बसें खड़ी करके चालक सवारियां बिठाते थे। सुबह नौ बजे करीब अचानक सड़क की ओर निकली डाल तेज आवाज के साथ गिर गई।

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