कर्बला की दास्तां सुन छलके आंसू

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कर्बला में प्यासों की याद में अ‌र्द्धरात्रि उठाए गए काठ ताजिया, छप्प

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Sep 2018 05:16 PM (IST) Updated:Mon, 17 Sep 2018 05:16 PM (IST)
कर्बला की दास्तां सुन छलके आंसू
कर्बला की दास्तां सुन छलके आंसू

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कर्बला में प्यासों की याद में अ‌र्द्धरात्रि उठाए गए काठ ताजिया, छप्पन छुरी अखाड़ा व आबूनगर से अलम अखाड़े व ताजिया भोर पहर तक अपने कदीमी रास्तों में भ्रमण करते रहे। मोहर्रम की छह तारीख सोमवार की सुबह 9 बजे के करीब बाकरगंज में हुसैनी सदाओं व मातमी ढोल ताशों के बीच ताजियों व अलम अखाड़े जुलूस का मिलाप हुआ। उस दौरान अकीदतमंद छतों पर चढ़ फूलों की बारिश करते दिखे।

मसवानी मोहल्ला स्थित छोटी मस्जिद में तकरीर करते हुए सूफी अबरार मियां के बेटे हाजी अनवार अशरफ ने कहा कि सारे जहां में धूम मची है हमारे हुसैन की..। कर्बला की याद में लंगर भी हुआ। इसी प्रकार आबूनगर, पीरनपुर, महाजरी, लालाबाजार आदि मोहल्लों में अलम अखाड़े जुलूस घूमे। उधर, हसवा, थरियांव, असोथर, गाजीपुर, सौंरा, बकंधा, सनगांव, अंदौली खागा, धाता, ऐंराया, सुल्तानपुर घोष, हथगाम, ललौली, बहुआ, ¨बदकी में बजरिया, जहानाबाद, अमेना, जिगनी, आलमगंज, चौडगरा, बकेवर आदि जगहों पर कर्बला की याद में अलम जुलूस व ताजिया कदीमी रास्तों में घूमे। अकीदतमंद महिला, पुरुष व बच्चे ताजियों पर फूलों की वर्षा करते रहें। शहरकाजी अब्दुल्लाह शहीदुल इस्लाम व काजी-ए-शहर मौलाना कारी फरीदउद्दीन कादरी कहते हैं कि छह मोहर्रम को क्रूर यजीदियों ने नहरे फुरात पर सख्त पहरा लगाकर पानी बंद करा दिया था।

उधर, शिया समुदाय ने शहर के कजियाना, बाकरगंज, महाजरी, अलीगंज, ज्वालागंज आदि मोहल्लों में मजलिस करके हजरत इमाम हुसैन के बेटे अली अकबर की शहादत को बयां किया, जिसे सुनकर आंसू छलक पड़ें। मातम व सीनाजनी के मौके पर रजा हुसैन, यावर मेंहदी, नजीर हुसैन, आसिफ जाफरी, सुहैल हुसैन, अम्बर जाफरी, रमीज जाफरी, गजफ्फर हुसैन, मौलाना दानिश, सरफराज, शाने अली आदि रहे। सीओ सिटी कपिल देव मिश्र व शहर कोतवाल शैलेंद्र कुमार ¨सह मय फोर्स सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहें। सुरक्षा की ²ष्टि से भारी पुलिस फोर्स मुस्तैद रही और सिपाही लग रहे जाम की भीड़ को हटाते रहे।

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