फर्रुखाबाद में 'खरना' के साथ छत्तीस घंटे का व्रत शुरू

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : चार दिवसीय छठ महापर्व के दूसरे दिन सोमवार शाम खरना के साथ छ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 11:08 PM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 11:08 PM (IST)
फर्रुखाबाद में 'खरना' के साथ छत्तीस घंटे का व्रत शुरू
फर्रुखाबाद में 'खरना' के साथ छत्तीस घंटे का व्रत शुरू

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : चार दिवसीय छठ महापर्व के दूसरे दिन सोमवार शाम खरना के साथ छत्तीस घंटे का कठिन व्रत शुरू हो गया। दिन भर छठी मैया के गीतों से घर-आंगन गूंजते रहे। शाम को विधि-विधान से नमक रहित अन्न का प्रसाद तैयार कर भोग लगाया। चंद्र दर्शन के बाद सौभाग्यवती महिलाओं ने भोजन(खरना) किया।

छठ महापर्व के चार दिवसीय अनुष्ठान के प्रथम दिन रविवार को नहाय-खाय के साथ महिलाओं ने डाला छठ की तपस्या का संकल्प लिया था। सोमवार को भी पूर्वांचल समाज के परिवारों में पर्व का उत्साह छाया रहा। शाम को मिट्टी या ईंट के नए चूल्हे पर आम की लकड़ी से गुड़ की खीर व रोटी तैयार की गई। आम के पत्ते की थाली तैयार कर भगवान को भोग अर्पित किया। व्रतियों ने खरना करने के बाद अन्य परिजनों व पड़ोसियों को भी प्रसाद ग्रहण करवाया। परिवार में कुछ पुरुष भी सौभाग्यवती महिलाओं के साथ व्रत कर रहे हैं।

किलाघाट पर शुरू हुई तैयारी

महापर्व छठ के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य की आराधना के लिए फतेहगढ़ स्थित किलाघाट पर साफ-सफाई की गई। असमतल स्थानों को समतल किया गया। मंगलवार को भी घाट पर दोपहर तक तैयारी चलेगी। शाम को केले का मंडप व वेदी बनाकर पहले पूजन किया जाएगा, फिर अस्ताचल जाते भास्कर भगवान को अ‌र्घ्य अर्पित किया जाएगा। पूर्वांचल विकास समिति अध्यक्ष डा. रंगनाथ मिश्रा, सचिव अजीत भट्ट, पीके झा, विकास सिन्हा, जनार्दन शर्मा, केदार शाह, अतुल शर्मा आदि ने तैयारियों को अंतिम रूप दिया।

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