सड़क किनारे डेरा डालने की मजबूरी

शमसाबाद, संवाद सूत्र : बाढ़ के कारण बेघर हो चुके ग्रामीणों ने अब सड़क किनारे ही डेरा जमा लिया है। हाल

By Edited By: Publish:Sat, 23 Jul 2016 08:05 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jul 2016 08:05 PM (IST)
सड़क किनारे डेरा डालने की मजबूरी

शमसाबाद, संवाद सूत्र : बाढ़ के कारण बेघर हो चुके ग्रामीणों ने अब सड़क किनारे ही डेरा जमा लिया है। हालात से मजबूर इन ग्रामीणों को प्रशासन से मदद की उम्मीद है, लेकिन फिलहाल उम्मीदों की यह झोली खाली ही पड़ी है।

गंगा में आई बाढ़ के कारण शमसाबाद विकास खंड के आधा दर्जन से अधिक गांव बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं। कई गांवों के प्राथमिक विद्यालयों में भी पानी भर चुका है। इसके कारण पाठशाला भी सड़क किनारे लगती नजर आ चुकी है। समैचीपुर में घुटनों तक पानी भर जाने से यहां के बा¨शदों ने अब सड़क किनारे ही अपना डेरा डाल लिया है। ऐसे में परेशानी का सामना इन लोगों को करना पड़ रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से बार-बार मदद का आश्वासन दिए जाने के बाद भी फिलहाल कोई मदद इन पीड़ितों को नहीं मिली है। एसडीएम तो कई बार इन इलाकों का दौरा कर चुके हैं, लेकिन लेखपाल और कानूनगो जैसे कर्मचारी बाढ़ पीड़ित गांवों का रुख करने में घबराते हैं।

डीएम ने लिया जायजा

डीएम कर्ण ¨सह चौहान ने बाढ़ के हालात का जायजा लेने के लिए शनिवार को ढाईघाट का रुख किया। यहां बाढ़ का रुख देखने के बाद उन्होंने सभी ग्रामीणों को सावधानी से जीवन यापन करने के निर्देश दिए तो राजस्व विभाग के मातहतों को हर संभव मदद बाढ़ पीड़ितों को उपलब्ध कराने को भी कहा।

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