दोनों महिला उम्मीदवार सहित 12 प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त

लोकसभा चुनाव के नामांकनों की जांच के दौरान बुधवार को जिला निर्वाचन अधिकारी ने दोनों निर्दलीय महिला उम्मीदवारों डा. सुमन यादव व वीना कुरील सहित 12 के पर्चे निरस्त कर दिए। सभी प्रमुख प्रत्याशियों सहित दस के नामांकन सही पाए गए। भाजपा प्रत्याशी के पुत्र अमित राजपूत व भतीजे राहुल राजपूत के नामांकन भी वैध पाए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Apr 2019 10:45 PM (IST) Updated:Thu, 11 Apr 2019 06:22 AM (IST)
दोनों महिला उम्मीदवार सहित 12 प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त
दोनों महिला उम्मीदवार सहित 12 प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों की बुधवार को जांच की गई। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने दोनों महिला उम्मीदवार सहित 12 प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त कर दिए। लोकसभा क्षेत्र से सभी प्रमुख दलों सहित 10 प्रत्याशियों के नामांकन वैध पाए गए हैं। इनमें भाजपा प्रत्याशी के पुत्र और भतीजे भी शामिल हैं। अब नाम वापसी के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से बुधवार शाम जारी सूची के अनुसार वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के उमेशचंद्र, जनादेश अक्षुणीसेना पार्टी के नितिन कुमार के पर्चे खारिज कर दिए गए। इनके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी नीरज कुमार, प्रोफेसर सुमन यादव, रवि प्रताप सिंह, मानसिंह यादव, दया शंकर, महावीर, नरेंद्र सिंह, राजकुमार, श्यामपाल सिंह व वीना कुरील के नामांकन पत्रों में भी त्रुटियां मिली हैं। इन्हें भी निरस्त कर दिया गया है।

भाजपा प्रत्याशी मुकेश राजपूत, कांग्रेस के सलमान खुर्शीद, बसपा प्रत्याशी मनोज अग्रवाल व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के उदयपाल सिंह के अलावा मजदूर, दलित किसान महिला गरीब पार्टी के श्रीकृष्ण, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के विपिन कुमार मिश्रा, शिवसेना से लक्ष्मण सिंह एडवोकेट व संजय कुमार के पर्चे सही पाए गए हैं। इसके अलावा सांसद व भाजपा प्रत्याशी के पुत्र अमित राजपूत व भतीजे राहुल राजपूत के नामांकन भी वैध हैं। सहायक निर्वाचन अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि निरस्त नामांकन पत्रों में विभिन्न त्रुटियां मिली थीं। निर्दलीय प्रत्याशी महावीर सिंह के नामांकन पत्र में प्रस्तावकों के हस्ताक्षर ही नहीं थे।

नामांकन निरस्त होने पर पूर्व सैनिक बेहोश

जहानगंज निवासी पूर्व सैनिक नरेंद्र सिंह को जब इस बात की जानकारी हुई कि उनका नामांकन पत्र निरस्त हो गया तो हंगामा शुरूकर दिया। उन्होंने कहा कि देश के लिए सीमा पर जान की बजा लगा दी, इसके बावजूद उनके साथ धोखा किया गया। उन्होंने जान बूझकर पर्चा निरस्त करने का आरोप लगाया और नामांकन कक्ष के बाहर बेहोश हो गए। समर्थकों और कलक्ट्रेट कर्मियों ने उन्हें पानी पिलाया और जैसे-तैसे विदा किया।

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