ठगी में बैंक कर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध!

फैजाबाद: बैंक ऑफ बड़ौदा ख्वासपुरा शाखा में गत मंगलवार को सामने आए एक ग्राहक से चार लाख

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Mar 2018 09:43 PM (IST) Updated:Wed, 21 Mar 2018 09:43 PM (IST)
ठगी में बैंक कर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध!
ठगी में बैंक कर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध!

फैजाबाद: बैंक ऑफ बड़ौदा ख्वासपुरा शाखा में गत मंगलवार को सामने आए एक ग्राहक से चार लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले से पर्दा उठने लगा है। धोखाधड़ी के इस खेल में तीन से चार लोगों वाले एक ठग गिरोह के शामिल होने की बात सामने आई है। कुछ कर्मियों की लापरवाही भी उजागर हुई है। ये तथ्य विभागीय जांच में समाने आए हैं। जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। बैंक के भीतर लापरवाही का आलम यह रहा कि बैंक काउंटर से ही ठगों ने आसानी से दूसरे का चेक पहले पार किया और बाद में चेक में क¨टग कर इसे बैंक में न सिर्फ जमा किया बल्कि भुगतान भी करा लिया।

बैंक सूत्रों के अनुसार पहले एफडीआर के लिए जमा चेक की सुरक्षा पर सवाल खड़ा किया गया है। इसके बाद ठगों की ओर से जब चेक जमा किया गया तो इसे पोस्ट करने से लेकर पास करने तक में लापरवाही बरतने की बात सामने आई है। विभागीय जांच में सीसीटीवी के फुटेज को साक्ष्य के तौर पर इस्तेमाल किया गया है। फुटेज की पड़ताल से पता चला है कि इसमें एक ठग गिरोह शामिल रहा। सीसीटीवी में एफडीआर बनाने के लिए जमा चेक को बैंक काउंटर से उठाते और उसे बाहर ले जाते एक व्यक्ति दिखा। थोड़ी देर बाद फिर वही शख्स बैंक में अन्य साथी के साथ वापस आया और बड़ी साधवानी पूर्वक चेक को कैश करने के लिए काउंटर पर जमा कर दिया। टोकन लेकर फिर वह बाहर चला गया। चेक पर क¨टग की गई है। काउंटर पर चेक को लेकर पुकार भी हुई लेकिन इस दौरान कोई सामने नहीं आया।

इस पर संबंधित कर्मी ने चेक पर दर्ज ग्राहक के हस्ताक्षर का मिलान कर इसे भुगतान करने के लिए आगे बढ़ा दिया। भुगतान काउंटर पर ही टोकन नंबर की पुकार हुई। फुटेज में दिखा है कि इस वक्त बैंक के अंदर खड़ा शख्स फोन से दूसरे को बुला रहा है। थोड़ी देर बाद टोकन लेकर एक अन्य व्यक्ति अंदर आया और काउंटर से कैश लेकर आराम से निकल गया। लीड बैंक मैनेजर एके ¨सह ने जांच पूरी होने की पुष्टि की। पीड़ित संयुक्त कृषि निदेशक कार्यालय में स्टेनो शिवमगन ¨सह हैं। इन्हीं की तहरीर पर नगर कोतवाली में अज्ञात बैंक कर्मी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पुलिस का भी मानना है कि इस घटना के पीछे ठगों के संगठित गिरोह का हाथ है, जिनकी कर्मियों से संलिप्तता की आशंका को खाजिर नहीं किया जा सकता है।

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