399 केंद्रों पर होगी अवध विवि की परीक्षा

, तकरीबन एक सौ 90 आपत्तियां दर्ज हुई। इसका निस्तारण करते हुए परीक्षा नियंत्रक ने सूची जारी कर दी। इसके बाद भी कई महाविद्यालयों का गिला सिकवा दूर नहीं हो सका। परीक्षा नियंत्रक के पास अभी भी केंद्र बदलने व केंद्र बनाने की सिफारिशों का तांता है। यहां तक कि बसपा के एक पूर्व विधायक ने उनके महाविद्यालय को केंद्र न बनाए जाने पर आपत्ति दर्ज की है। इसी तरह सत्ताधारी भाजपा के नेता भी केंद्र बदलने या बनाने को लेकर परेशान है। दरअसल परीक्षा सिर पर है, इसी वजह से पेपर पैं¨कग का कार्य तेज हो गया है। प्रत्येक केंद्रों पर आवंटित परीक्षार्थियों की संख्या के आधार पर ही प्रश्नपत्र भेजे जाते हैं। माना जा रहा है कि इसी वजह से केंद्रों की सूची में अब किसी भी परिवर्तन विवि प्रशासन गुरेज कर रहा है। यदि बार बार केंद्र में बदलाव किया गया तो प्रश्नपत्र कार्य आसान नही होगा। परीक्षा नियंत्रक उमानाथ ने नकल विहीन परीक्षा के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 11:23 PM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 11:23 PM (IST)
399 केंद्रों पर होगी अवध विवि की परीक्षा
399 केंद्रों पर होगी अवध विवि की परीक्षा

अयोध्या : डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की 25 फरवरी से होने वाली परीक्षा के लिए केंद्रों की अंतिम सूची जारी कर दी गई है। परीक्षा नियंत्रक उमानाथ ने यह सूची जारी की। पूर्व की सूची के सापेक्ष इसमें तकरीबन छह महाविद्यालयों को और केंद्र बना दिया गया है।

अनंतिम सूची में 393 केंद्र के नाम थे, इस पर आपत्ति मांगी गई थी, 190 आपत्तियां दर्ज हुई। इसका निस्तारण करते हुए परीक्षा नियंत्रक ने सूची जारी कर दी। इसके बाद कई महाविद्यालयों का गिला-शिकवा दूर नहीं हो सका। परीक्षा नियंत्रक के पास अब भी केंद्र बदलने व केंद्र बनाने की सिफारिशों का तांता है। बसपा के पूर्व विधायक ने उनके महाविद्यालय को केंद्र न बनाए जाने पर आपत्ति दर्ज की है। इसी तरह सत्ताधारी भाजपा के नेता केंद्र बदलने या बनाने को लेकर परेशान है। दरअसल परीक्षा सिर पर है, इसी वजह से पेपर पै¨कग का कार्य तेज हो गया है। प्रत्येक केंद्रों पर आवंटित परीक्षार्थियों की संख्या के आधार पर ही प्रश्नपत्र भेजे जाते हैं। इसी वजह से केंद्रों की सूची में अब किसी भी परिवर्तन विवि प्रशासन गुरेज कर रहा है। यदि बार-बार केंद्र में बदलाव किया गया तो प्रश्नपत्र कार्य आसान नहीं होगा। परीक्षा नियंत्रक उमानाथ ने नकलविहीन परीक्षा के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की है।

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