पालिका ने तैयार की कचरे से खाद बनाने की योजना

जागरण संवाददाता, इटावा : भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के कार्यक्रम को सफलता के आयाम

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 05:10 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 05:10 PM (IST)
पालिका ने तैयार की कचरे से खाद बनाने की योजना
पालिका ने तैयार की कचरे से खाद बनाने की योजना

जागरण संवाददाता, इटावा : भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के कार्यक्रम को सफलता के आयाम तक पहुंचाने के लिए नगर पालिका परिषद ने कचरे से खाद बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत पालिका अध्यक्ष नौशाबा फुरकान व अधिशासी अधिकारी अनिल कुमार ने मुख्य सफाई निरीक्षकों को निर्देश देकर सूखा व गीला कचरा अलग-अलग एकत्र कराने को कहा।

उन्होंने बताया सफाई कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि घर-घर कूड़ा कलेक्शन कराते समय गीला व सूखा कचड़ा अलग-अलग कूड़ा दान में एकत्र कराएं, उन्होंने कहा कि जितना भी कचरा शहर से निकलेगा, उसमें से प्लास्टिक व अन्य गलने न वाली सामग्री को अलग कराया जाएगा तथा शेष कचरे से खाद बनाई जाएगी। इसके लिए साधन संपन्न परिवारों को लाल व हरे रंग के दो-दो कचरा पात्र घर में रखवाने की सलाह दी। जो परिवार आर्थिक रुप से कमजोर हैं। उनको पालिका द्वारा कचरा पात्र उपलब्ध कराया जाएगा।

घर-घर शौचालय बनवाने की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि पालिका क्षेत्र ओडीएफ हो चुका है। इसके बाद भी अगर कोई खुले में शौच करने जाता है तो उस पर जुर्माना की कार्रवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने शहर की आम जनता से अपील करते हुए बताया कि गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग फेंकने से कचरे में फेंकी गई बहुत सी वस्तुओं के दोबारा प्रयोग करने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने गीला कूड़ा हरे कूड़ेदान में तथा सूखा कूड़ा नीले कूड़ा दान में डालने की अपील की। यह है गीला कूड़ा : गीले कूड़े को जैविक माना गया है। सब्जियों, फलों, फूलों, मांस, मछली आदि रसोई की सामग्री

सूखा कूड़ा : कागज, प्लास्टिक, धातु, शीशा, कपड़ा, रबड आदि को अलग डालें।

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