आर्थिक तंगी का सामना कर रहे नवनियुक्त शिक्षक

देवरिया को छोड़कर प्रदेश के अन्य जिलों कुशीनगर कानपुर वाराणसी मैनपुरी आदि जिलों में वेतन भुगतान शुरू हो गया है। विभाग जल्द देवरिया के नवनियुक्त शिक्षकों का वेतन भुगतान शुरू करें।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 01:01 AM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 01:01 AM (IST)
आर्थिक तंगी का सामना कर रहे नवनियुक्त शिक्षक
आर्थिक तंगी का सामना कर रहे नवनियुक्त शिक्षक

देवरिया : उप्र दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ की बैठक रविवार को सदर बीआरसी स्थित शिक्षक भवन में हुई, जिसमें शिक्षकों की समस्याओं को लेकर विचार-विमर्श किया गया।

प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि नवनियुक्त शिक्षकों की तैनाती पिछड़े इलाकों में हुई है। नवनियुक्त शिक्षक किराए का मकान लेकर रहते हैं। नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने से उनके सामने आर्थिक तंगी की स्थिति आ गई है। देवरिया को छोड़कर प्रदेश के अन्य जिलों कुशीनगर, कानपुर, वाराणसी, मैनपुरी आदि जिलों में वेतन भुगतान शुरू हो गया है। विभाग जल्द देवरिया के नवनियुक्त शिक्षकों का वेतन भुगतान शुरू करें। जिलाध्यक्ष जयप्रकाश ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षामित्रों के लिए एक नई नियमावली बनाकर उनका मानदेय 30 हजार रुपये प्रतिमाह स्थायी करें। शिक्षामित्र 20 वर्षों से अपनी सेवा दे रहे हैं।

इस मौके पर जिला संगठन मंत्री सुरेश सिंह, जिला मीडिया प्रभारी कमलाकर कुमार, विद्या निवास यादव, मनोज कुमार गुप्ता, कौशल किशोर यादव, विशुन देव प्रसाद, एकशाद अली, सत्येंद्र मणि, शैल देवी, हरेंद्र शर्मा, राजकुमार, अवनीश कुमार आदि मौजूद रहे। समस्याओं का समाधान नहीं करने पर होगा आंदोलन

देवरिया: शिक्षक कर्मचारी संघर्ष समिति की बैठक रविवार को भीखमपुर रोड स्थित कार्यालय पर हुई, जिसमें शिक्षकों की समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया।

संयोजक उमाशंकर लाल श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षकों के साथ अन्याय किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों को चार-चार पेंशन व पारिवारिक पेंशन मिल सकता है तो प्रदेश के शिक्षकों व कर्मचारियों को पेंशन देने में क्या दिक्कत है। संघर्ष समिति शिक्षकों के उत्पीड़न के विरुद्ध संघर्ष जारी रखेगा। जिलाध्यक्ष डा.महेंद्र राय ने कहा कि आठ जनवरी को मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया था। 30 दिसंबर 2020 को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर सत्याग्रह किया गया। यदि अधिकारियों ने समस्याओं का समाधान नहीं किया तो फरवरी के प्रथम सप्ताह में आंदोलन की अगली रणनीति तय की जाएगी। बैठक में शिक्षकों के एनपीसी के बकाए अवशेष, नियोक्ता अंशदान व उसका ब्याज शिक्षकों के खाते में जमा करने, नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन देने, विनियमित शिक्षकों के चयन वेतनमान, प्रोन्नत वेतनमान आदि दिए जाने की मांग की गई। बैठक में धीरेंद्र सिंह, रामरक्षा दुबे, प्रेमचंद्र मिश्र, डा.नीतीश, अवधेश किशोर, विपिन कुमार श्रीवास्तव, मुश्ताक अहमद, सुधीर कुमार आदि मौजूद रहे।

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