..तो 100 किमी दूर छात्रों को देनी होगी परीक्षा

केंद्र नहीं बदले तो इस बार छात्रों को 100 किमी दूर जाकर बोर्ड परीक्षा देनी होगी। केंद्रों के लिए आन लाइन विवरण में प्रधानाचार्यों ने घोर लापरवाही बरती। जो विवरण विद्यालयों में मौजूद रहकर भरना चाहिए था उसे गैर जनपदों या किसी अन्य स्थान से भर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 06:16 PM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 06:16 PM (IST)
..तो 100 किमी दूर छात्रों को देनी होगी परीक्षा
..तो 100 किमी दूर छात्रों को देनी होगी परीक्षा

जागरण संवाददाता, चंदौली : केंद्र नहीं बदले तो इस बार छात्रों को 100 किमी दूर जाकर बोर्ड परीक्षा देनी होगी। केंद्रों के लिए ऑनलाइन विवरण में प्रधानाचार्यों ने घोर लापरवाही बरती। जो विवरण विद्यालयों में मौजूद रहकर भरना चाहिए था उसे गैर जनपदों या किसी अन्य स्थान से भर दिया गया। अक्षांश और देशांतर की वजह से सेंटरों का ऑनलाइन निर्धारण हो गया। दूर-दूर सेंटर बनने से छात्र और उनके अभिभावक काफी परेशान हैं।

चहनियां के छात्रों का सेंटर 100 किमी दूर नौगढ़ चला गया। अरंगी का सेंटर 35 किमी दूर सैयदराजा आ गया। इसी तरह 70 परीक्षा केंद्र 40 से 50 किमी की दूरी पर बन गए हैं। केंद्र दूर होने के कारण विभाग भी परेशान है और रह-रहकर प्रधानाचार्यों पर खीझ उतार रहा है। 32 केंद्रों की आई आपत्तियां

जिले में 96 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। आपत्ति के लिए 10 नंवबर तक तारीख निर्धारित थी। इसमें 32 आपत्तियां आ चुकी हैं, जबकि देर रात तक और आपत्तियां आएंगी। इनमें सेंटरों की दूरी पर ही फोकस किया गया है। परेशानी बताई गई छात्र परीक्षा देने कैसे जाएंगे। 12 किमी तक है शासनादेश

परीक्षा केंद्र पांच से 12 किमी तक होने चाहिए। ऐसा शासनादेश है। बालिकाओं का सेंटर भले ही स्वकेंद्र है लेकिन प्राइवेट छात्राओं को निर्धारित केंद्रों पर जाना पड़ेगा। केंद्र नहीं बदले तो छात्रों को काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है। नंबर गेम

-75355 छात्र बोर्ड परीक्षा में इस बार देंगे परीक्षा

-42259 है हाईस्कूल में छात्रों की संख्या, इसमें छात्र 22391 और छात्राएं 19865 हैं

-33096 है इंटरमीडिएट में छात्रों की संख्या, इसमें 17681 छात्र और 15415 छात्राएं हैं

-19559 छात्र पिछले साल की तुलना में इस साल परीक्षा में कम हुए हैं

आपत्तियों पर विचार करने के लिए डीएम की अध्यक्षता में सभी एसडीएम, बीएसए और प्रधानाचार्यों की बैठक होगी। इसमें निर्णय लिया जाएगा कि किस सेंटर को कहां अटैच किया जाए। अक्षांश व देशांतर की वजह से दूर-दूर सेंटर बन गए हैं।

डा. विनोद कुमार राय, डीआइओएस

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