जहरखुरानों ने ट्रेन में चार यात्रियों को बनाया शिकार

जहरखुरानों ने रेल सुरक्षा तंत्र के दावों को चुनौती देते हुए नीलाचंल एक्सप्रेस ट्रेन में बुधवार को चार यात्रियों को अपना शिकार बनाया। झालमूढ़ी में नशीला पदार्थ मिलाकर यात्रियों को खिला दिया और अचेत होने पर साढ़े तेरह हजार रुपये नकदी सहित अन्य सामान लेकर फरार हो गए। ट्रेन के जंक्शन पहुंचने के बाद यात्रियों की सूचना पर जीआरपी ने सभी को मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती कराया। होश में आने के बाद आरपीएफ ने पूछताछ की। चारो तिरुपति से गया जा रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Feb 2020 12:03 AM (IST) Updated:Thu, 20 Feb 2020 06:05 AM (IST)
जहरखुरानों ने ट्रेन में चार यात्रियों को बनाया शिकार
जहरखुरानों ने ट्रेन में चार यात्रियों को बनाया शिकार

जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : जहरखुरानों ने रेल सुरक्षा तंत्र के दावों को चुनौती देते हुए नीलाचंल एक्सप्रेस ट्रेन में बुधवार को चार यात्रियों को अपना शिकार बनाया। झालमूढ़ी में नशीला पदार्थ मिलाकर यात्रियों को खिला दिया और अचेत होने पर साढ़े तेरह हजार रुपये नकदी सहित अन्य सामान लेकर फरार हो गए। ट्रेन के जंक्शन पहुंचने के बाद यात्रियों की सूचना पर जीआरपी ने सभी को मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती कराया। होश में आने के बाद आरपीएफ ने पूछताछ की। चारों तिरुपति से गया जा रहे थे।

रसूलनगर नवादा निवासी मोहम्मद शौकत 26 व दानिश आंध्र प्रदेश के तिरुपति में मार्बल लगाने का काम करते हैं। वे तिरुपति एक्सप्रेस से खुर्दा रोड पहुंचे और यहां से नीलांचल एक्सप्रेस में सवार हुए। वहीं राजमिस्त्री का काम करने वाले कोडरमा निवासी वासुदेव सिंह 28 और विक्रमगंज, रोहताश निवासी मजदूर ओमप्रकाश चौधरी 56 भी ट्रेन में सवार हुए। भुक्तभोगियों के अनुसार ट्रेन छह बजे घटशिला के आगे बढ़ी कि झालमूढ़ी बेचने वाला आया। चारों ने झालमूढ़ी खरीदी और जैसे ही खाया अचेत होकर गिर गए। सुबह छह बजे ट्रेन प्लेटफार्म नंबर छह पर पहुंची। अन्य यात्रियों ने चार लोगों के अचेत होने की सूचना जीआरपी को दी। जीआरपी व आरपीएफ ने चारों को उतारा और मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती कराया। कुछ घंटे बाद जब यात्रियों को होश आया तब उन्होंने आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार को आपबीती सुनाई। बताया शौकत और दानिश का पांच-पांच हजार, वासुदेव का साढ़े तीन हजार नकद और बैग, ओमप्रकाश की मोबाइल व बैग गायब कर दिया। घटना ने जहरखुरानों पर नकेल कसने संबंधी जीआरपी और आरपीएफ के दावों की पोल खोल दी है।

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