श्रद्धा के शिखर पर रहा राम का नाम

सदियों के इंतजार के बाद अवधपुरी में बुधवार को श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन हुआ है। मंदिर की आधारशीला अयोध्या में रखी गई और जिले में उत्सव शुरू हो गए। जनमानस के मन में अपार श्रद्धा का शुभारंभ सवेरे से ही शुरू हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 11:16 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 11:16 PM (IST)
श्रद्धा के शिखर पर रहा राम का नाम
श्रद्धा के शिखर पर रहा राम का नाम

बुलंदशहर, जेएनएन। सदियों के इंतजार के बाद अवधपुरी में बुधवार को श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन हुआ है। मंदिर की आधारशीला अयोध्या में रखी गई और जिले में उत्सव शुरू हो गए। जनमानस के मन में अपार श्रद्धा का शुभारंभ सवेरे से ही शुरू हो गया। शहर से लेकर देहात तक, गांव की गलियों से लेकर चौबारे तक पर सिर्फ राम नाम की गूंज रही। सुबह से शाम तक आस्था और उत्सव से भरा माहौल कई त्योहारों के उल्लास को पीछे छोड़ गया।

श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन के एतिहासिक पल ने जिले वासियों को आस्था के सागर में डुबो दिया। आमजन पिछले कई दिनों से अयोध्या में होने वाले भूमि पूजन का इंतजार कर रहे थे। बुधवार को जैसे ही शुभ घड़ी आई, जनमानस एक तरह से इस पल का साक्षात गवाह बनने को बेताब दिखा। सुबह से ही मंदिरों और घरों में राम के नाम की गूंज ने वातावरण को भक्ति के रंग से सराबोर कर दिया। लोगों ने घर में राम की पूजा करने के साथ जहां अखंड रामायण का पाठ किया, वहीं तमाम जगह सुंदर कांड का पाठ किया गया। मंदिरों में भी विशेष पूजा-अर्चना की गई। उधर, दोपहर के समय जैसी ही अवधपुरी में मंदिर निर्माण के लिए भूमि का पूजन शुरू हुआ, एक तरह से सड़कें खाली हो गई और लोग अपने घर पर टीवी के सामने हाथ जोड़कर बैठ गए। हर कोई इस पल का मौन गवाह बनने के लिए तैयार था। इस दौरान लोगों ने अपने परिजनों के साथ अपने अंदर उमड़ रहे आस्था के सागर को जय श्रीराम के उद्घोष लगाकर व्यक्त किया। सबके मन में राम का नाम

मंदिर निर्माण का शुभांरभ अवसर पर आमजन से लेकर खास तक सभी राम नाम की भक्ति में डूबे नजर आए। जनप्रतिनिधियों के साथ व्यापारी संगठन, और खेती-किसानी करने वाला धरतीपुत्र भी राम के नाम का गुणगान करता नजर आया। दोपहर के बाद लोगों ने अपने उत्साह को कही ढोल बजाकर व्यक्त किया तो कही मिष्ठान का वितरण का खुशी का इजहार किया गया। फिर मनाई दीवाली

शाम के समय होने वाले दीपोत्सव की तैयारी सुबह ही कर ली गई थी। मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया और लोगों ने पूजा-अर्चना के बाद घर और अपने प्रतिष्ठानों पर दीप जलाए और श्रीराम के नाम के उद्घोष लगाए। कई जगह सामूहिक रूप से दीप जलाए गए। दीपावली से पहले दीपकों से सजे घरों को देख बच्चों भी काफी उत्साह में दिखे।

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