अब घर में पाल सकते हैं विदेशी पक्षी

विदेशी पक्षियों को घर में पालने वालों के लिए राहत भरी खबर है। इस शौक को अब देशी नियमों के दायरे में लाया जा रहा है। आनलाइन पंजीकरण करा लोग घर में चिड़ियों का घर भी बना सकते हैं। सरकार के निर्देश पर वन विभाग विदेशी पक्षियों के पालन का पंजीयन कराने की कवायद में जुटा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Feb 2021 11:32 PM (IST) Updated:Fri, 12 Feb 2021 11:32 PM (IST)
अब घर में पाल सकते हैं विदेशी पक्षी
अब घर में पाल सकते हैं विदेशी पक्षी

बुलंदशहर, जेएनएन। विदेशी पक्षियों को घर में पालने वालों के लिए राहत भरी खबर है। इस शौक को अब देशी नियमों के दायरे में लाया जा रहा है। आनलाइन पंजीकरण करा लोग घर में चिड़ियों का घर भी बना सकते हैं। सरकार के निर्देश पर वन विभाग विदेशी पक्षियों के पालन का पंजीयन कराने की कवायद में जुटा है।

बढ़ते प्रदूषण के चलते शहरों में अब पक्षियों की चहचहाहट बेहद कम हो गई है। देशी गौरेया, तोते और कौवों की संख्या भी घटी है। ऐसे में लोगों ने घरों में विदेशी पक्षी पालने शुरू कर दिए। कार्रवाई के डर से उन्हें अपना पक्षी प्रेम पर्दे के पीछे रखना पड़ा लेकिन अब डरने की जरूरत नहीं है। विदेशी पक्षियों को पालने की सरकार ने छूट दे दी है। इसके लिए नियम-औपचारिकताओं से गुजरना होगा।

सीआटीइएस की सहमति पर बने नियम

अभी तक देशी पक्षियों को लेकर तो नियम बने थे लेकिन विदेशी पक्षियों के पालन के लिए कोई नियम नहीं था। अब अंतरराष्ट्रीय व्यापार में दुर्लभ प्रजाति के पशु-पक्षी और पौधों का संरक्षण संगठन (सीआटीईएस) की सहमति पर इसकी कवायद तेज हो गई है। सीआटीईएस 180 देशों का संगठन है। इसके तहत कुछ नियम बनाए गए हैं। एक देश के पक्षी अब दूसरे देश में भी आसानी से पाले जा सकते हैं। उनकी खरीद-फरोख्त भी हो सकती है।

परिवेश पोर्टल पर करना होगा पंजीकरण

विदेशी पक्षियों को पालने वालों को परिवेश पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। किस प्रजाति के कितने विदेशी पक्षी पालने हैं, यह घोषणा करनी होगी। वन विभाग की टीम आवेदन का सत्यापन कर रिपोर्ट आनलाइन जमा करेगी। इसके बाद चीफ वार्डन वाइल्ड लाइफ, लखनऊ पंजीकरण पर सहमति देंगे। पंजीयन प्रमाण-पत्र जारी होने के बाद ही विदेशी पक्षियों को पाला जा सकेगा। विदेशी पक्षियों की संख्या घटने-बढ़ने की सूचना भी पोर्टल पर देनी होगी।

इन्होंने कहा.

विदेशी पक्षी पालन अब नियमों के दायरे में लाया जा रहा है। कुछ लोग विदेशी पक्षियों के प्रति प्रेम रखते हैं और उन्हें पालना चाहते हैं। ऐसे लोगों को पंजीकरण कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

-गौतम सिंह, डीएफओ।

chat bot
आपका साथी