सीएचसी में स्केबीज व एलर्जी के मरीजों की संख्या बढ़ी

जेएनएन बिजनौर। पिछले कुछ समय तक सीएचसी में खाली पड़ी ओपीडी में अचानक मरीजों की संख्या बढ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Mar 2021 10:36 PM (IST) Updated:Mon, 15 Mar 2021 10:36 PM (IST)
सीएचसी में स्केबीज व एलर्जी के मरीजों की संख्या बढ़ी
सीएचसी में स्केबीज व एलर्जी के मरीजों की संख्या बढ़ी

जेएनएन, बिजनौर। पिछले कुछ समय तक सीएचसी में खाली पड़ी ओपीडी में अचानक मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। कुछ दिनों से ओपीडी में 200 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं, इनमें सबसे अधिक संख्या स्केबीज रोग, एलर्जी और त्वचा संबंधी अन्य रोगों के मरीजों की है। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम परिवर्तन और इन दिनों गन्ना कटाई होने के कारण स्केबीज के ग्रामीण मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।

कोरोना काल में पूरी तरह बंद रही सीएचसी व पीएचसी की ओपीडी में अब मरीज पहले की तरह पहुंचना शुरू हो गए हैं। वर्तमान में सबसे अधिक संख्या त्वचा रोगों के मरीजों की है। फरवरी माह से ओपीडी में संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। जहां दो महीने पहले तक ओपीडी में करीब 30 से 50 मरीज ही पहुंच रहे थे। वहीं अब मार्च में यह संख्या 200 के पार हो चुकी है। सीएचसी के डा. मानस चौहान के मुताबिक मार्च माह में स्केबीज (खुजली), एलर्जी और त्वचा संबंधी अन्य रोगों के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि इन दिनों सीएचसी में कुल मरीजों में सबसे अधिक संख्या स्केबीज के मरीजों की देखने में आ रही है। उनका कहना है कि इन दिनों मौसम में परिवर्तन और गांवों में गन्ना छिलाई व कटाई के दौरान ग्रामीणों में स्केबीज और अन्य त्वचा संबंधी रोग अधिक हो रहे हैं।

सफाई का रखें ध्यान :

डा. मानस चौहान ने सलाह दी कि इस समय दिन में गर्मी बढ़ रही है। स्केबीज, एलर्जी और अन्य त्वचा के रोगों से बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। रोज नहाना और कपड़े बदलना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में किसान व मजदूर गन्ना कटाई के दौरान पूरी आस्तीन की शर्ट और सिर व मुंह ढककर कार्य करें। इसके अलावा खान-पीन का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।

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